राजस्थान पत्रिका ने 27 नवंबर के अंक में किसानों की इस परेशानी को उजागर किया था। इसके बाद गुरुवार को विभागीय अधिकारी हरकत में आए। डीएपी खाद की आपूर्ति एवं वितरण, जबरन अटैचमेंट देने निर्धारित दर से अधिक राशि वसूल करने की खबर प्रकाशित होने के बाद कृषि विभाग के अधिकारियों ने खाद-बीज विक्रेताओं पर नकेल कसते हुए उनके पास जमा स्टॉक से प्रति किसान पांच-पांच कट्टे बिना अटैचमेंट के देने के लिए सख्त निर्देश दिए।
किसानों ने पत्रिका को दिया धन्यवाद इसके बाद दुकानदारों ने प्रति किसान बिना अटैचमेंट के पांच-पांच कट्टे यूरिया खाद के निर्धारित दर पर उपलब्ध करवाए। किसानों ने बताया कि गत चार दिन पूर्व तक खाद बीज विक्रेता किसानों को टालते नजर आ रहे थे। कह रहे थे कि खाद उपलब्ध नहीं है। पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद किसानों को काफी राहत मिली है। किसानों ने राजस्थान पत्रिका को इसके लिए धन्यवाद दिया।
खाद था, पर टाल रहे थे जानकारी के अनुसार कस्बे के खाद विक्रेताओं के पास लगभग 2500 से भी अधिक कट्टे यूरिया खाद के मौजूद थे। ङ्क्षकतु वे अटैचमेंट के चक्कर में किसानों को जानबूझकर टाल रहे थे। खाद उपलब्ध हुआ तो किसानों ने राहत की सांस ली।
कस्बे के खाद विक्रेताओं के पास स्टॉक में मौजूद लगभग 2500 कट्टे यूरिया खाद को बिना अटैचमेंट के पांच-पांच कट्टे प्रति किसान वितरण करवाया गया है। इससे किसानों की समस्या का काफी हद तक समाधान हुआ है। खाद-बीज विक्रेताओं को भी पारदर्शिता से खाद का वितरण करने के लिए पाबंद किया गया है।
कमल प्रकाश मीणा, सहायक कृषि अधिकारी, भंवरगढ़