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बारां

ऑनलाइन ट्रक बेचने के नाम पर लाखोंं रुपए की ठगी का खुलासा

साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन ट्रक बेचने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए बारां जिले के केलवाड़ा थाना क्षेत्र के अजरोंडा गांव निवासी एक ठग अनिल वैष्णव बैरागी को गिरफ्तार किया है। अनिल बैरागी (27) वर्तमान में मालवीय नगर जयपुर में रहता है। गिरोह में कई लोग शामिल है। अब तक की जांच में गिरोह के चन्द्रमोहन वैष्णव व उसके साथियों ने देश के विभिन्न राज्यों में करीब एक करोड़ रुपए की ठगी करने का रिकॉर्ड पुलिस को मिला। गिरोह के लोग फेसबुक के माध्यम से ऑनलाइन ट्रक बेचने के नाम पर टोकन मनी, एप्रुअल मनी आदि के नाम पर लाखों की राशि खातों में जमा करा लेते थे तथा बाद में बाद में टालमटोल करते रहते थे। मामला समझ में आता तब तक देर हो जाती है। करीब एक माह पहले फरियादी पिन्टू राठौर निवासी इन्द्रानगर, थाना कोतवाली, मंदसौर जिला मंदसौर मप्र की ओर से बारां के साइबर थाने पर दी गई लिखित शिकायत पर गहनता से जांच पड़ताल करने के बाद यह मामला उजागर हुआ है।

बारांJun 10, 2024 / 11:01 pm

mukesh gour

साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन ट्रक बेचने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए बारां जिले के केलवाड़ा थाना क्षेत्र के अजरोंडा गांव निवासी एक ठग अनिल वैष्णव बैरागी को गिरफ्तार किया है। अनिल बैरागी (27) वर्तमान में मालवीय नगर जयपुर में रहता है। गिरोह में कई लोग शामिल है। अब तक की जांच में गिरोह के चन्द्रमोहन वैष्णव व उसके साथियों ने देश के विभिन्न राज्यों में करीब एक करोड़ रुपए की ठगी करने का रिकॉर्ड पुलिस को मिला। गिरोह के लोग फेसबुक के माध्यम से ऑनलाइन ट्रक बेचने के नाम पर टोकन मनी, एप्रुअल मनी आदि के नाम पर लाखों की राशि खातों में जमा करा लेते थे तथा बाद में बाद में टालमटोल करते रहते थे। मामला समझ में आता तब तक देर हो जाती है। करीब एक माह पहले फरियादी पिन्टू राठौर निवासी इन्द्रानगर, थाना कोतवाली, मंदसौर जिला मंदसौर मप्र की ओर से बारां के साइबर थाने पर दी गई लिखित शिकायत पर गहनता से जांच पड़ताल करने के बाद यह मामला उजागर हुआ है।

अब तक की जांच में एक करोड़ की ठगी करने का मिला रिकॉर्ड, केलवाड़ा क्षेत्र निवासी युवक ने साथियों के साथ मिलकर फैला रखा था नेटवर्क

बारां. साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन ट्रक बेचने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए बारां जिले के केलवाड़ा थाना क्षेत्र के अजरोंडा गांव निवासी एक ठग अनिल वैष्णव बैरागी को गिरफ्तार किया है। अनिल बैरागी (27) वर्तमान में मालवीय नगर जयपुर में रहता है। गिरोह में कई लोग शामिल है। अब तक की जांच में गिरोह के चन्द्रमोहन वैष्णव व उसके साथियों ने देश के विभिन्न राज्यों में करीब एक करोड़ रुपए की ठगी करने का रिकॉर्ड पुलिस को मिला। गिरोह के लोग फेसबुक के माध्यम से ऑनलाइन ट्रक बेचने के नाम पर टोकन मनी, एप्रुअल मनी आदि के नाम पर लाखों की राशि खातों में जमा करा लेते थे तथा बाद में बाद में टालमटोल करते रहते थे। मामला समझ में आता तब तक देर हो जाती है। करीब एक माह पहले फरियादी पिन्टू राठौर निवासी इन्द्रानगर, थाना कोतवाली, मंदसौर जिला मंदसौर मप्र की ओर से बारां के साइबर थाने पर दी गई लिखित शिकायत पर गहनता से जांच पड़ताल करने के बाद यह मामला उजागर हुआ है।
यह है मामला

पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया फरियादी ने 17 मई को रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया कि उसने फेसबुक के माध्यम ट्रक खरीदने के लिए वैष्णव एसोसिएट व इन्फ्राटेक की पोस्ट देखकर सम्पर्क किया था तो कम्पनी के कर्मचारी परम चौधरी से बात हुई थी। उसने मुझे बताया कि हमारी कम्पनी बैक के डिफाल्टर वाहनों को बेचने का काम करती है। टाटा कम्पनी का पंसद आया तो कर्मचारी ने टोकन मनी एडवांस 21240 रुपए जमा करा ली। उसके बाद उक्त ट्रक कम्पनी के हरिद्वार स्थित यार्ड में खड़ा होना बताया। देखने के लिए पहले अजमेर, अलवर बुलाया। गाजियाबाद में भी गाडी दिखाई गई। परमङ्क्षसह से फोन पर कहा तो उसने हरिद्वार वाला ट्रक दिखाने के लिए 2,00000 जमा कराए। 26 जनवरी 2023 को हरिद्वार पहुंचा तो गार्ड ने प्रवेश नहीं दिया। एक दिन बाद निजी बैंक से गेट पास जारी किया। उसके बाद ट्रक पंसद होना बताने पर 6,25,000 में सौदा तय हुआ। इस पर परमङ्क्षसह ने गाडी कि एप्रुवल के लिए 2,00000 जमा करा लिए। इस तरह आनलाईन कुल 4, 21,240 रुपए जमा करवा लिए। उसके बाद टालमटोल करता रहा। उसके बाद वैष्णव इंफ्राटेक के फेसबुक पेज से कम्पनी के मालिक चन्द्रमोहन वैष्णव के नम्बर लेकर बात कि तो वह भी 2-3 दिन की बात कहकर टालता रहा।
पूरा परिवार ठगी में लिप्त

चन्द्रमोहन वैष्णव द्वारा उसके भाई प्रेमनारायण वैष्णव एवं दामाद जगदीश बैरागी एवं सुरेश वैष्णव आदी के द्वारा गिरोह बनाकर कई लोगो को उक्त फर्जी कम्पनी में लगा कर फेसबुक पेज पर बैक डिफाल्टर गाडियों को बेचने के नाम पर पिछले तीन साल से राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, उतराखण्ड, गुजरात में कई लोगों के साथ धोखाधडी की है। एसपी के आदेश पर थाना प्रभारी पूजा नागर के नेतृत्व में साईबर थाने के सुकेन्द्र ङ्क्षसह हैड, दिग्विजय ङ्क्षसह हैड, कांस्टेबल लक्ष्मण की टीम जुटी हुई है।
मुम्बई, गुवाहाटी में खोल रखे दफ्तर

गिरोह के विभिन्न फेसबुक पेज वेबसाइट चन्द्रमोहन वैष्णव निवासी गणेशपुरा हाल जयुपर ने ही चला रखी है। चन्द्रमोहन वैष्णव ने जेटीएम मॉल जयपुर, बैगलोर, मुम्बई, असम गुवाहाटी, लखनऊ, उप्र में कई फर्जी कम्पनियां बना कर ऑफिस खोल रखे है तथा कम्पनियों की बेवसाइट भी बना रखी है। इनसे देश के विभिन्न राज्यों में सेकण्ड हैण्ड कमर्शियल वाहन बेचने के नाम पर टोकन मनी व वाहन की एडवान्स राशि ऑनलाइन बैंक खातो में जमा करा कर ठगी की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी अनिल बैरागी के मोबाइल में बिड्स बाजार की फर्जी कम्पनी का फेसबुक पेज चलना पाया गया है। उसके बताए बैंक खातों को खंगाला जा रहा है। अभी तक अनुसंधान से चन्द्रमोहन वैष्णव व उसके गिरोह द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में लगभग एक करोड़ रूपये की ठगी करने का रिकॉर्ड मिला है।

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