छापा मारा था कृषि विभाग के सहायक निदेशक चौथमल मीणा के अनुसार उन्होंने 22 अक्टूबर को सालपुरा रोड पर एसडीएम के निर्देश व पुलिस प्रशासन के सहयोग से एक मकान में छापा मारकर 69 डीएपी खाद के कट्टे जब्त किए थे। थाने में आरोपियों के विरूद्ध बिना लाइसेंस अवैध रूप से नकली डीएपी बेचकर किसानो के साथ धोखाधड़ी कर ठगी किए जाने का मामला दर्ज करवाया था।
पाबंद कर किया था रिहा इस मामले में जांच अधिकारी राजकुमार मीणा की रिपोर्ट पर पुलिस ने विनायक कॉलोनी में रहने वाले हान्याहेड़ी पंचायत के चांदपुरा निवासी घनश्याम मीणा व उसके रिश्तेदार प्रवेश मीणा के विरूद्ध मामला दर्ज कर उन्हे डिटेन किया था। परंतु पुलिस ने उन्हें खाद की रिपोर्ट आने तक पाबंद कर रिहा कर दिया था। कोटा नांता फार्म स्थित स्टेट फर्टिलाइजर टेस्ट लेबोरेट्री ने 5 नवम्बर को जांच रिपोर्ट जारी कर जब्त किए गए डीएपी खाद के नकली होने की पुष्टि की। जांच में उक्त खाद सुपर फास्फेट (रकोडिया) पाया गया था। परंतु एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के विरूद्ध कोई कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। जांच अधिकारी सीआई राजेश खटाणा ने बताया कि उनके द्वारा भी जब्त किए गए खाद का सैंपल राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला जयपुर भेजा जाएगा। यहां से जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में आरोपियो के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
यह था मामला 22 अक्टूबर को ग्रामीण क्षेत्र में पिकअप भरकर अवैध रूप से डीएपी बेचे जाने व नकली डीएपी खाद 1800 रुपए प्रति कट्टे की दर से विक्रय किए जाने की सूचना मिली तो निदेशक चौथमल मीणा ने उर्वरक निरीक्षक राजकुमार मीणा के साथ मौके पर पहुंचकर 69 कट्टे भारत डीएपी के जब्त किए। जब्त खाद को क्रय विक्रय सहकारी समिति के संचालक सुरेश गोयल को सौंप दिया गया। मामले की जानकारी एसडीएम रामङ्क्षसह गुर्जर को दी गई। एसडीएम गुर्जर के निर्देश पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई कर घनश्याम मीणा और रिश्तेदार प्रवेश मीणा को डिटेन कर लिया था।