108 एंबुलेंस के चालक रफीक मंसूरी ने बताया कि देर रात 9 बजे के लगभग एक मरीज को लेकर जा रहे थे कि इस दौरान घाटी के ऊपर एक शावक और भालू नजर आया। संभव हो कि वह मादा भालू थी। उनके साथ मौजूद कंपाउंड ब्रजेश कश्यप ने यह वीडियो रिकॉर्ड किया।
बड़ी संख्या में हैं वन्यजीवों का बसेरा उल्लेखनीय है कि शाहबाद क्षेत्र में वन्यजीवों की अच्छी खासी संख्या मौजूद है। यह वन्यजीव गणना में भी प्रमाणित होती रही है। वहीं पिछले दिनों क्षेत्र के जंगलों को संरक्षित करने के लिए लोगों के भी प्रयास जारी हैं। पैंथर कॉरिडोर बनाने के लिए सरकार द्वारा भी इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। दूसरी ओर इसी जंगल से सटे क्षेत्र में बिजली प्लांट के लिए लाखों पेड़ काटे जाने हैं। इसका लोग विरोध कर रहे हैं। इसी प्रकार कुछ लोग प्लांट लगने के पक्ष में हैं। बहरहाल, वन्यजीव प्रेमियों में भालू परिवार के नजर आने से काफी उत्साह है। लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र को वन्य जीव संरक्षित पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाए तो क्षेत्र का विकास हो सकेगा। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वन क्षेत्र में वन्यजीवों का स्वच्छंद विचरण रहता है। ऐसे में लोगों को चाहिए कि वह उनसे दूरी बनाकर रखें। वीडियो आदि बनाने के प्रयास में उनके ज्यादा निकट न जाए। ऐसा करना उनके लिए खतरनाक हो सकता है।