सारथल थाना प्रभारी धर्मपाल यादव ने बताया कि बुधवार देर रात करीब डेढ़ से दो बजे जीप में सवार तीन जनेसारथल से छीपाबड़ौद की ओर जा रहे थे। सारथल की घाटी के शुरुआती छोर पर अचानक चालक का संतुलन बिगडऩे से कार पलट गई तथा कार सवार सार्वजनिक निर्माण विभाग छबड़ा खंड के जेईएन अभिषेक गुप्ता (27) निवासी सपोटरा जिला करौली की मौके पर मृत्यु हो गई। कार में सवार जयपुर विद्युत वितरण निगम के जेईएन पुष्पेंद्र सिंह और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जेईएन पवन लोधा घायल हो गए। घायलों को झालावाड़ जिले के अकलेरा अस्पताल भर्ती कराया। बाद में विद्युत निगम के जेईएन पुष्पेंद्र को कोटा मेडिकल कॉलेज व वहां से एक निजी अस्पताल भर्ती कराया। वहीं, जलदाय विभाग के जेईएन पवन लोधा को छबड़ा अस्पताल में उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
मवेशी सामने आने से हादसे की आशंका सार्वजनिक निर्माण विभाग छबड़ा खंड के अधिशासी अभियंता नरेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से कलमोदिया-मनोहरथाना रोड का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। विभाग के जेईएन अभिषेक गुप्ता इस साइड का निरीक्षण कर लौटते समय भोजन करने आदि में लेट हो गए तथा बाद में परिचत साथी विद्युत निगम व जलदाय विभाग के जेईएन के साथ विद्युत निगम की कार में सवार होकर वापस लौट रहे थे। इसी दौरान सारथल घाटी पर अचानक मवेशी सामने आने अथवा अज्ञात वाहन के सामने आने से चालक का संतुलन बिगडऩे से वाहन पलटने की आशंका जताई जा रही है।
मदद को दौड़े अधिकारी सूचना पर तीनों विभाग के अधिकारी कर्मचारी और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मदद को दौड़ पड़े। निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता नरेन्द्र चौधरी तथा एईएन विकास नागर, जेईएन सत्यप्रकाश मालव, धनराज मीणा, महावीर प्रसाद गोचर तथा विभाग के ठेकेदार आदि मौके पर व बाद में सारथल अस्पताल पहुंचे। परिजनों को सूचना दी तथा सारथल में पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को रवाना कराने में सहयोग किया। वहीं, विद्युत निगम के कडैयाचोर जीएसएस के जेईएन रजनीश चावला व हेल्पर आदि कर्मचारियों ने निगम के घायल जेईएन को छबड़ा अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में उसे कोटा मेडिकल कॉलेज व वहां से विज्ञान नगर क्षेत्र के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां उपचार जारी है।
सेफ्टी बेरीकेट््स लगे होते तो नहीं जाती जान एक विभाग की लापरवाही से दूसरे विभाग के जेईएन की जान चली गईं। सारथल घाटी क्षेत्र डेढ़ किलोमीटर लम्बी इक्कीस अंधे घुमाव वाला मार्ग है। इस पर महज चार सौ मीटर पर एनएचएआई ने सेफ्टी बेरीकेट््स लगाए हैं। लेकिन जहां दुर्घटना की सबसे ज्यादा आशंका है, वहीं बेरीकेट््स नहीं हैं। सारथल घाटी के दोनों छोर पर अत्यधिक गहराई व ढलान है। दोनों छोर के घुमावों पर आये दिन हादसे होते रहते हैं। यहीं पर सेफ्टी बेरीकेट््स नहीं होने का खमयाजा पीडब्लूडी विभाग को उठाना पड़ा। इसके कारण एक माह में तीन घटनाएं हो चुकी है। दुर्घटना में मृतक अभिषेक गुप्ता के परिजनों ने सारथल पीएचसी पहुंचकर किसी प्रकार की कानूनी कार्यवाही नहीं करने कों लेकर एक लिखित प्रार्थना पत्र मौजूद एएसआई राधेश्याम सुमन व हैकांस्टेबल अशोक कुमार को दिया। इसमें परिवार की और से कोई कानूनी कार्यवाही नहीं करने की अपील की।
सरकारी वाहन जांच का विषय तीनों जेईन छबड़ा बिजली विभाग की सरकारी जीप से आए थे। पीडब्लूडी एक्शन नरेंद्र ङ्क्षसह चौधरी ने बताया की हरनावदाशाहजी सडक़ मार्ग का कार्य चल रहा है। यहां विभाग के जेईन अभिषेक गुप्ता साइट पर थे, वापसी के दौरान घटना घटी है। बिजली विभाग की सरकारी जीप पर विभाग के अभियंता आर.पी. प्रसाद ने बताया की यह जांच का विषय है। बिना सूचना व जानकारी के सरकारी वाहन का इस्तेमाल किया गया।जांच में पता चलेगा कि आखिर क्या कारण था कि दूसरे सबडिवीजन में वाहन का इस्तेमाल किया गया।
सारथल घाटी क्षेत्र में जंहाबेरीकेट््स नहीं लग पाए हैं। इसको प्रस्ताव में लिया गया है। जल्द ही घाटी के दोनों छोर पर बेरीकेट््स लगाने का कार्य किया जाएगा। सीएम बैरवा, अभियंता एनएचआई बारां-झालावाड़