पुलिस अधीक्षक राजेशकुमार मीना ने बताया कि वायरल वीडियो को लेकर जांच टीम घाटोल थानाधिकारी कर्मवीरसिंह के नेतृत्व में गठित की गई। टीम शुक्रवार देर रात को घटना की तह तक पहुंची। यह वारदात 24 और 25 जुलाई की थी। घटना के खुलासे पर सामने आई पीडि़ता ने रिपोर्ट दी। इस पर पुलिस ने बंधक बनाकर मारपीट करने और चालीस हजार रुपए की जबरन वसूली के प्रयास का केस दर्ज किया गया।
प्रकरण में पीडि़ता के पति हेरो निवासी महावीर कटारा और जेठ कमलेश को गिरफ्तार करने के साथ दो बाल अपचारियों को डिटेन किया गया। इसके साथ ही वीडियो बनाकर वायरल करने पर मुड़ासेल निवासी मणिलाल पुत्र नक्सी और बृजेश पुत्र प्रवीण निनामा को भी गिरफ्तार किया गया। कार्रवाई दल में घाटोल थाने से एएसआई अब्दुल हकीम, हैड कांस्टेबल बसुलाल, कांस्टेबल रणजीत और कल्याणसिंह, तो खमेरा थाने से एएसआई राजमल, हैड कांस्टेबल वीरभद्रसिंह, कांस्टेबल लोकेश, अनिल और तानसेन शामिल थे।
इसलिए बिफरे अपने, फिर शुरू हुआ सिलसिला अनुसंधान अधिकारी कर्मवीरसिंह के अनुसार हेरो निवासी शादीशुदा के पड़ोली गोवद्र्धन निवासी अविवाहित युवक से संबंध थे। 24 जुलाई को दोनों टेम्पो से मुड़ासेल गांव में गए, जहां विवाहिता की मौसी ने देख लिया। उसने दोनों को वहीं रोक दिया और इस बारे में हेरो निवासी पति महावीर को बताया। फिर दूसरे दिन महावीर जीप लेकर परिजनों के साथ मुड़ासेल गया और दोनों को हेरो लाया।
पेड़ों से बांध कर पीटा यहां हेरो में मुड़ासेल से भी परिजन पहुंच गए। बाद में दोनों को बांधकर प्रताडि़त किया गया। इस दौरान आरोपी महावीर के मामा के बेटे मणिलाल और बृजेश ने वीडियो बनाए, जिन्हें बाद में वायरल किया गया। इससे पहले हेरो में पंच-पटेल भी एकत्र हुए। यहां भांजगड़े में 40 हजार रुपए की जबरन वसूली का दबाव बनाया गया।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान, डीजीपी को भेजा खत उधर, महिला को पेड़ से बांधकर पीटने का वीडियो वायरल होने पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया। आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस मामले में हस्तक्षेप कर प्राथमिकी दर्ज करने के लिए डीजीपी राजस्थान को पत्र भेजा। इस संबंध में चर्चा पर एसपी मीना ने बताया कि मामला पहले ही दर्ज कर खुलासा हो चुका है। आगे जांच पूरी होने पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।