आसपास की लें जिम्मेदारी
पेंशनर जगदीश भावसार ने बताया कि पहले तो प्रत्येक मतदाता को स्वयं आवश्यक रूप से मतदान की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। फिर अपने घर और आसपास के लोगों को आवश्यक रूप से मतदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। यदि कोई मतदान करने का इच्छुक नहीं है तो उसे मतदान न करने से होने वाले नुकसान के बारे में अवगत कराएं। और बताएं कि लोकतांत्रिक देश में मतदान कितना आवश्यक है।
पार्षद, वार्ड पंच को सौंपे जिम्मेदारी, करें इनका सम्मान
मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर पेंशनर रजनीकांत दीक्षित और गोपालकृष्ण जोशी का मानना है कि यदि वार्ड पार्षद और वार्ड पंच को अधिक से अधिक मतदान कराने की जिम्मेदारी सौंपी जाए तो अवश्य रूप से इजाफा होगा। उनके द्वारा कराए गए मतदान प्रतिशत के आधार पर पार्षद या वार्ड पंच की रैंकिंग निर्धारित की जाए जो सुधार होने की संभावना है। इसके साथ ही पार्षद और वार्ड पंच की रैंकिंग के आधार पर इन्हें सम्मानित करने का भी प्रावधान किया जाए। इससे काफी अधिक मतदान प्रतिशत में इजाफा हो सकता है। हालांकि की देश का नागरिक होने के नाते प्रत्येक मतदाता की जिम्मेदारी है कि वह स्वप्रेरित होकर मतदान करे।
सबसे पहले डालते हैं वोट
इस मौके पर पेंशनर्स नरहरिकांत भट्ट ने बताया कि प्रारंभ से वो सबसे पहले वोट डालते आए हैं। इस बार भी वो पहले बूथ पहुंच वो डालेंगे। ताकि अपना दायित्व निभा सकें। वे कहते हैं कि मैं प्रत्येक मतदान दिवस के दिन परिजनों को भी मतदान करने के लिए भेजता हूं। वहीं, विजयलाल ने बताया कि वो परिजनों, पत्नी को वोट डालने के लिए बोलते हैं।