20 करोड़ रुपए ग्रांट राशि से इंफ्रास्ट्रक्चर कंस्ट्रक्शन, लैबोरेट्री इंक्यूपमेंट खरीद, लैब आधुनिकीकरण के कार्य होंगे। केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राज्यों के 300 से उच्च शिक्षा प्रणालियों में सुधार के लिए पीएम उषा मिशन शुरू लिए प्रदेशभर के विवि से आवेदन मांगे गए थे।
प्रो. केशव सिंह ठाकुर ने बताया कि डिजिटल लोकार्पण समारोह में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के उच्च शिक्षा के विशिष्ट प्रधान सचिव, कुलपति, जनप्रतिनिधिगण, संकाय सदस्य, विद्यार्थी सहभागिता करेंगे। पीएम उषा प्रभारी प्रो मनोज पंड्या ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा भौतिक संसाधन सुदृढ़ करने,अकादमिक और शोध क्षेत्र में और अधिक समृद्ध किया जाएगा।
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पीएम-उषा योजना का उद्देश्य शिक्षण संस्थानों में बुनियादी ढांचे, अनुसंधान सुविधाओं और शिक्षा की समग्र गुणवत्ता में सुधार करना है। जिसके लिए ही यह वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। ताकि विश्वविद्यालयों को उत्कृष्टता के केंद्रों में बदला जा सके।
जीजीटीयू विकास के पथ पर अग्रसर है। पर, गत कुछ समय से विवि के विकास की गति धीमी हुई है। क्योंकि जीजीटीयू के पास बजट की कमी हो गई है। राजस्थान सरकार (Rajasthan Goverment) से विवि को बजट नहीं मिल रहा है। इस कारण वर्तमान में चल रहे प्रोजेक्ट प्रभावित हैं वहीं विवि नए कार्य को शुरू नहीं कर पा रहा है। वहीं अब 20 करोड़ रुपए मिलने से माना जा रहा है कि विवि के विकास की गति बढ़ेगी। स्टूडेंट्स के लिए सुविधाओं का विस्तार होगा।
– पांच विभागों के अकादमिक ब्लॉक कक्षा कक्ष,कांफ्रेंस हॉल,डिपार्टमेंट आदि।
– प्रयोगशाला सामग्री
– स्मार्ट लैब
– सम्पूर्ण ई सुविधायुक्त कांफ्रेंस हॉल
– आई टी लैब
– फर्नीचर
– डिजिटल और ई लर्निंग कार्यक्रम।
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