यों चला घटनाक्रम
1 दिसंबर को झेर पुलिस चौकी के पास क्षत-विक्षत शव मोर्चरी में रखवाया था। मृतक निकट मिले दस्तावेज से उसके अजमेर के गुवारड़ी निवासी नरेंद्र सिंह पुत्र मिंटू सिंह होने की आशंका थी। मृतक के परिजनों को बुलाया तो उन्होंने शव पहचाने से इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी से नरेंद्र सिंह का मोबाइल नंबर लिया और अंतिमबार कब बात हुई इसकी जानकारी ली। इसकी पड़ताल की तो पूरी कहानी सामने आई।पुलिस ने की पड़ताल
शव के पास से पैन कार्ड, एटीएम, बाइक की आरसी, डीएल के साथ ही अजमेर से रामदेवरा, फुलेरा से अजमेर, निंबाहेड़ा से अजमेर, पोकरण से रामदेवरा और अजमेर से निबाहेड़ा के रेल टिकट मिले। नरेंद्र के मोबाइल की पड़ताल की तो पता चला कि जिस रूट की रेल टिकट हैं, उन पर नरेंद्र सिंह गया है। साथ ही पता चला कि एक अन्य मोबाइल नंबर से लगातार संपर्क में है। दूसरे नंबर को संचालित कर रहे भैरुलाल से पूछताछ की तो उसने पहले तो इंकार किया। जब पुलिस ने तख्ती बरती तो उसने पूरी कहानी बताई। भैरुलाल ने बताया कि वह राम देवरा में भीख मांगने का काम करता है। वहां पर उसकी पहचान नरेंद्र से हो गई। नरेंद्र ने स्वयं के कई बीमे कराए होना बताया, जिसका वह बीमा क्लेम पाना चाहता था। इसके लिए उसने स्वयं की हत्या का षड्यंत्र रचा। इसके लिए कचरा बीनने वाले तोफान सिंह को लेकर घर आया। एक दो बार पार्टी कराई । इसके लिए ट्रक चालक इब्राहिम को साजिश में शामिल किया। भैरुलाल को 85 हजार और चालक को 65 हजार रुपए देना तय हुआ। यह भी पढ़ें
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ऐसे तय किया रास्ता
पुलिस पूछताछ में पता चला कि 30 नवंबर को नरेंद्र, भैरुलाल और तोफान को बाइक से निंबाहेडा के मंडा चौराहा लाया। यहां पर ट्रक लेकर इब्राहिम आ गया। नरेंद्र ने भैरुलाल को ट्रक में बैठा दिया। स्वयं तोफान को लेकर बाइक से धमोत्तर थाने के पास एक होटल तक लाया। यहां पर बाइक खड़ी की और फिर वह दोनों भी ट्रक में चढ़ गए। इसके बाद पूरे रास्ते ढाबों आदि पर खाना खाते दारु पीते हुए आए। तोफान को जरूरत से अधिक दारु पिलाई। झेर चौकी के पास सुनसान जंगल देखकर नरेंद्र ने ताेफान को नीचे उतारा और ट्रक के बीच वाले दोनों पहियों के बीच में रख दिया। इब्राहिम को ट्रक चलाने के लिए कह दिया। तोफान के मर जाने पर नरेंद्र ने अपना बैग लाश के करीब फेंक दिया और फिर से ट्रक में बैठकर गुजरात के लिमड़ी गए। यहां से इब्राहिम ट्रक लेकर चला गया और वे दोनों बस से रवाना हो गए। यह भी पढ़ें
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बीमा क्लेम के लिए दोस्त की हत्या
बीते दिनों मिले शव की शिनाख्त पर पोस्टमार्टम के बाद बांसवाड़ा में ही दाह संस्कार करा दिया कारण परिजन आने में असर्मथ थे। इस मामले में भैरुलाल और इब्राहिम को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी नरेंद्र ने कितनी राशि के बीमे कराए हैं इसकी जानकारी कर रहे हैं। कर्जा होने के कारण यह साजिश रची गई। देवीलाल, थानाधिकारी सल्लोपाट