बेंगलूरु. टाउन हाल में जैन युवा संगठन बेंगलूरु की ओर से आयोजित सोलफुल टॉक: इनसाइट इन टू जैन वे ऑफ लाइफ में समाज के युवाओं को जैन जीवनशैली की गहराई व जैनत्व की ऊंचाई से अवगत कराया। वक्ताओं ने अध्यात्म व कामकाज के बीच संतुलन बिठाने से लेकर, दैनिक जीवन में जैनत्व को अपनाने तक अनेक विषयों पर विचार व्यक्त करते हुए श्रोताओं को जैनत्व के अनूठे पहलुओं की जानकारी दी। दीप प्रज्ज्वलन व नवकार मंत्रोच्चार के बाद अध्यक्ष महेंद्र बागरेचा ने स्वागत किया।
जैनत्व जीवन जीने की शैली
समणी डॉ. सुयशनिधि ने जैन धर्म को अपने दैनिक जीवन में अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जैनत्व केवल एक धर्म या दर्शन या मत नहीं, अपितु जीवन जीने की सहज शैली है। श्रावक के बारह व्रतों के महत्व को समझाते हुए भगवान महावीर के प्रमुख श्रावक आनंद की जीवन शैली पर प्रकाश डाला और अनेक प्रकार की रूढिगत धारणाओं का त्याग करने की प्रेरणा दी। जैन धर्म के अनेक विषयों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी बताया जिससे आम जनता को भी अहिंसा का पालन करना आसान लगे। संयोजक दिलीप संचेती ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताई और कहा कि यह युवा पीढ़ी का जैन धर्म से जुड़ाव मजबूत करने का प्रयास है। वक्ता हितेश कोठारी ने जीवन में आध्यात्मिक और कार्य के बीच संतुलन बिठाने के विषय पर विचार व्यक्त किए। अरविंद कोठारी ने आध्यात्मिकता में विज्ञान विषय पर विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता नगीन खिंचा ने की। उन्होंने कहा कि जैन धर्म पूरी दुनिया मैं सबसे ऊपर है। इसका कोई विकल्प नहीं है। जिसने भी जैन धर्म के तत्वों को, सिद्धांतों को अपना लिया उसे कहीं पर भटकने की जरूरत नहीं है। हमें अपने व्यापार या पेशे में सही तरीके से धनार्जन करना चाहिए। अरविंद मांडोत ने कहा कि विज्ञान के अधिकांश सिद्धांतों को जैन धर्म व दर्शन में समाहित किया गया है। यह ऐसी जीवनशैली है जिसमें तनाव व अवसाद का कोई स्थान नहीं है।मुख्य प्रायोजक के रूप में मूलचंद, मुकेश कुमार नाहर परिवार के सदस्य उपस्थित थे। संचालन अमित सिंघवी ने किया।
मदन मुणोत ने धन्यवाद दिया। प्रवीण ललवानी, सुश्रुत चेलावत, दीपेश धोखा, कपिल काल्या, नितेश ओस्तवाल, अभिषेक खाबिया, दीपक धोखा, संगठन की ओर से उपाध्यक्ष महावीर मुणोत, सहमंत्री विशाल गुगलिया, कोषाध्यक्ष मुकेश सुराणा, सेवा ट्रस्ट से अध्यक्ष सुरेश धोका, मंत्री सुरेश मांडोत, संगठन के पूर्व अध्यक्ष सज्जनराज मेहता, पूर्व अध्यक्ष दिनेश खिंवेसरा के साथ ही संगठन एवं सेवा ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित थे ।