पुलिस ने कहा कि कुरुबा समुदाय से आने वाले हनुमव्वा मेडलेरी का बेटा मंजुनाथ पिछले दो साल से उसी गांव की मराठा समुदाय की एक लडक़ी से प्यार करता था। लेकिन जब लडक़ी के परिवार को उनके रिश्ते के बारे में पता चला, तो परिवारों के बीच झगड़ा हो गया। इसके बाद पीडि़त का बेटा गांव छोडक़र चला गया। करीब एक साल से अधिक समय से मंजुनाथ अपनी बहन के साथ उसके घर पर रह रहा था।
पुलिस के मुताबिक, लडक़ी का परिवार उसकी शादी करने की योजना बना रहा था और इस बीच, मंजुनाथ पिछले हफ्ते अपने गांव लौट आया और लडक़ी के साथ भाग गया। इसके बाद, लड़की के परिवार के सदस्यों ने महिला को सडक़ों पर घसीटा और उसे रस्सी से बिजली के खंभे से बांध दिया। महिलाओं के एक समूह ने उस पर हमला किया और तीन अन्य पुरुषों ने भी उन्हें इस कृत्य में प्रोत्साहित किया।
तीन पुरुषों और तीन महिलाएं गिरफ्तार
बाद में कुछ ग्रामीण वहां जमा हो गये और इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने आरोपी महिलाओं और पुरुषों को मंजूनाथ की मां को छोडऩे की सलाह दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, घटना की जानकारी मिलते ही हमारी पुलिस टीम मौके पर पहुंची और महिला को इलाज के लिए अस्पताल ले गई। महिला के हाथों में केवल मामूली चोटें आईं और बाद में उसे छुट्टी दे दी गई।पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया और घटना के सिलसिले में तीन पुरुषों और तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है।