आचार्य ने कहा कि जीवन में धर्म आराधना से ही पुण्य वृद्धि होती है। पुरुषार्थ से ज्यादा पुण्य जरूरी है,परमात्म भक्ति ,तीर्थ भक्ति,तप जप आराधना से जीवन में मंगल ही मंगल होता है। तपस्वियों के पारणे का लाभ किरणकुमार अमीचंद परिवार ने लिया। ट्रस्टी प्रकाशचंद कोठारी ने स्वागत किया। पर्व आराधना में बेंगलूरु, चित्रदुर्गा, कोलार, अनेक जगह से आराधक पहुंचे।
मंदिर के द्वार का उद्घाटन
बेंगलूरु. पर्वाधिराज पर्युषण पर्व के बाद एवेन्यु रोड स्थित मुनिसुव्रत स्वामी मंदिर के द्वार का उद्घाटन हुआ। इसका लाभ अखिल भारतीय राजेंद्र नवयुवक परिषद के उपाध्यक्ष हेमराज हस्तीमल जैन परिवार ने लिया।
बेंगलूरु. पर्वाधिराज पर्युषण पर्व के बाद एवेन्यु रोड स्थित मुनिसुव्रत स्वामी मंदिर के द्वार का उद्घाटन हुआ। इसका लाभ अखिल भारतीय राजेंद्र नवयुवक परिषद के उपाध्यक्ष हेमराज हस्तीमल जैन परिवार ने लिया।
परिषद के अध्यक्ष डूंगरमल चोपड़ा ने बताया कि परिवार के सदस्यों ने अलसुबह मंदिर के द्वार खोलकर सकल संघ को दर्शन करवाए। इस अवसर पर परिषद के पदाधिकारी, सदस्य व अनेक श्रद्धालु मौजूद थे। इस अवसर पर अष्टप्रकारी पूजा की सामग्री प्रभु के दरबार में अर्पित की गई।