बेंगलूरु. अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार सभी शाखा मंडल के संयुक्त तत्वाधान में राजाजीनगर में बेंगलूरु स्तरीय कार्यशाला महाश्रमणोत्सु मंगलम का आयोजन साध्वी सिद्धप्रभा , साध्वी उदितयशा ठाणा आठ के सान्निध्य में हुआ। सभी क्षेत्रों से आई 50 से अधिक महिलाओं एवं कन्या मंडल की ओर से महाश्रमण अष्टकम से गुरुदेव की अभिवंदना की गई। राजाजीनगर महिला मंडल ने गीतिका का संगान किया। साध्वी सिद्धप्रभा ने आचार्य के संस्मरण प्रस्तुत किए।
गुरुदेव के संयममय जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए
साध्वी उदितयशा ने आचार्य महाश्रमण के दीक्षा पर्याय के स्वर्णिम 50 वर्ष की पूर्णता, दीक्षा कल्याण महोत्सव के अवसर पर कहा कि मंगल बनने के लिए संयम की चेतना को उजागर करना होगा। हमें भी गुरुदेव के संयममय जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। साध्वी भव्ययशा ने आचार्य महाश्रमण से संबंधित प्रश्न पूछे एवं गुरुदेव की सुदीर्घ यात्रा का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। संचालन साध्वी संगीतप्रभा ने किया। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की कर्नाटक प्रभारी मधु कटारिया ने विचार व्यक्त किए। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की राष्ट्रीय परामर्शिका लता जैन, तेरापंथ सभा, तेयुप राजाजीनगर, गांधीनगर, राजराजेश्वरी नगर, यशवंतपुर, हनुमंतनगर, टी दासरहल्ली की पदाधिकारी, कार्यकारिणी एवं सकल श्रावक-श्राविका समाज की उपस्थिति रही। राजाजीनगर महिला मंडल की अध्यक्ष उषा चौधरी ने आभार जताया।