प्रतिनिधिमंडल सेमीकंडक्टर, एयरोस्पेस, रक्षा, प्रिसिजन मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों में निवेश के लिए दुनिया भर के उद्योगपतियों को लुभाने की कोशिश करेगा। सूत्रों ने बताया कि इसमें माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष और सीइओ सत्य नारायण नडेला, आइटी और विनिर्माण कंपनियों के अन्य प्रमुख दिग्गजों के साथ बातचीत होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री के साथ प्रमुख उद्योग मंत्री एमबी पाटिल और आइटी-बीटी मंत्री प्रियांक खरगे भी होंगे। वरिष्ठ आइएएस अधिकारी एवं मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एलके अतीक, उद्योग और आइटी-बीटी विभागों के प्रमुख सचिव और सचिव प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा होंगे।
दावोस में राज्य का मंडप राज्य सरकार प्रमुख उद्योगपतियों, उद्यमियों और विभिन्न देशों के मंत्रियों के साथ बातचीत के लिए दावोस में एक मंडप स्थापित करेगी। बताया जा रहा है कि सरकार ने मंडप बनाने और प्रचार-प्रसार के लिए एक प्रमुख मीडिया हाउस के साथ समझौता किया है।
उम्मीद है कि प्रतिनिधिमंडल सितंबर-अक्टूबर, 2023 में एमबी पाटिल के अमेरिका दौरे के दौरान हुई चर्चाओं का फॉलोअप करेगा। अमेरिकी दौरे के बाद पाटिल और खरगे ने कहा था कि कई अमेरिकी कंपनियों ने कर्नाटक में 25,000 करोड़ रुपए तक निवेश करने में रुचि व्यक्त की है।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल डब्लूइएफ में भारत की टीम का नेतृत्व करेंगे। पांच दिवसीय शिखर सम्मेलन में 100 से अधिक सरकारों के प्रतिनिधि, सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन, नागरिक समाज के नेता, विशेषज्ञ, युवा प्रतिनिधि और सामाजिक उद्यमी भाग लेंगे।
इस बार चार प्रमुख विषय इस वर्ष शिखर सम्मेलन मोटे तौर पर चार प्रमुख विषयों पर केंद्रित है: खंडित दुनिया में सुरक्षा और सहयोग प्राप्त करना, विकास और नौकरियां पैदा करना, अर्थव्यवस्था और समाज के लिए एक प्रेरक शक्ति के रूप में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और जलवायु, प्रकृति और ऊर्जा के लिए एक दीर्घकालिक रणनीति।
कर्नाटक सरकार 2024 के अंत या 2025 की शुरुआत में एक वैश्विक निवेशक बैठक आयोजित करने की योजना बना रही है। पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दावोस में अंतिम डब्लूइएफ में राज्य प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।