ज्ञान पंचमी पर्व से ज्ञान की आराधना प्रारंभ करवाई जाती है। आज की तिथि का फल कई गुना सौभाग्य का दिन है। जैन शास्त्रों में श्रुत देवता को वंदन किया गया है। आज के दिन ज्ञान की आराधना करवाई जाती है।
साध्वी ने आचार्य गणेशी लाल की 143वीं जयंती के प्रसंग पर उनके गुणानुवाद करते हुए गुरुदेव के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। कहा कि गुरुदेव ने अनेकों लोगों को प्रेरणा देते हुए मिथ्यात्व का त्याग कराया और देव, गुरु, धर्म के प्रति लोगों की श्रद्धा को मजबूत करने का पावन संदेश दिया।
साध्वी के सान्निध्य में शनिवार को ज्ञान पंचमी पर्व पर भगवती सरस्वती अनुष्ठान का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें श्रद्धालुओं ने साध्वीवृंद के निर्देशन में ज्ञानसाधना की। संचालन शांतिनगर संघ के सह मंत्री कांतिलाल सोलंकी ने किया। चातुर्मास समिति के चेयरमैन महावीर चंद मुथा ने स्वागत किया।