दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के अधिकारी धालीवाल ने बताया कि इन सभी ने कर्नाटक के हुब्बल्ली-धारवाड़ पश्चिमी घाट क्षेत्र में अपना अड्डा स्थापित कर, देश में आईएसआईएस आतंकवादियों (ISIS Terrorist) का ठिकाना बढ़ाकर आतंकवादी (Terrorist) हमलों को अंजाम देने और अशांति पैदा करने की साजिश रची थी। उन्होंने इस संबंध में देश के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों की समीक्षा की थी। खास बात ये है कि सभी संदिग्ध आतंकी (Terrorist) इंजीनियर हैं और इनमें से एक वारसी पीएचडी भी कर रहा था। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने जानकारी दी है कि ये सभी बम तैयार करने में एक्सपर्ट थे।
मामले में हुब्बल्ली धारवाड़ महानगर पुलिस आयुक्त रेणुका सुकुमार ने कहा कि ‘दिल्ली में गिरफ्तार दोनों संदिग्ध आतंकियों (Terrorist) के हुब्बल्ली-धारवाड़ में ट्रेनिंग लेने के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। हम दिल्ली पुलिस के साथ लगातार संपर्क में हैं। हमने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया है। मामले के पूरे मुद्दे को लेकर हम दिल्ली पुलिस के संपर्क में हैं और जानकारी हासिल कर रहे हैं। अगर हमारे अधिकार क्षेत्र में ऐसी हरकतें हो रही हैं, तो कार्रवाई की जाएगी।’
पुणे मॉड्यूल मामले में वांछित था शाहनवाज
पेशे से माइनिंग इंजीनियर शाहनवाज आईएसआईएस (ISIS) पुणे मॉड्यूल मामले में वांछित था। सूत्रों के मुताबिक, शाहनवाज मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला है, लेकिन वह पुणे चला गया था। जुलाई में पुणे में हुए हमले के दौरान उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया था। तब शाहनवाज भाग निकला और दिल्ली लौट आया था। सूत्रों ने बताया कि तब से वह छिपकर रह रहा था। उसने अपनी पत्नी बसंती को भी इस्लाम धर्म अपनाया था।दिल्ली पुलिस ने कहा कि शाहनवाज, अब्दुल्लाह और रिजवान आईएसआईएस (ISIS) से जुड़े टेलीग्राम ऐप के जरिए ब्रेनवॉश होकर आतंकी बने थे। दोनों का संबंध महाराष्ट्र के पुणे में आईएसआईएस (ISIS) मॉड्यूल से था। उन्होंने देश भर में हिंसा और आतंक फैलाने की साजिश रची थी।
सितंबर महीने की शुरुआत में शाहनवाज और तीन अन्य आतंकी (Terrorist) संदिग्धों रिजवान अब्दुल हाजी अली, अब्दुल्लाह फैयाज शेख उर्फ डायपर वाला और तलहा लियाकत खान के बारे में जानकारी देने वाले को 3-3 लाख रुपए का इनाम देने की एनआईए ने घोषणा की थी। इनमें से डायपर वाला और तलहा का अभी तक पता नहीं चल सका है।