विजयेंद्र ने इस आलोचना को खारिज कर दिया कि वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को विश्वास में नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि वह वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा के बेटे हैं, लेकिन उनमें अहंकार नहीं है।
वरिष्ठ विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल और रमेश जरकीहोली के नेतृत्व में पार्टी नेताओं का एक वर्ग खुले तौर पर विजयेंद्र की आलोचना कर रहा है और उन पर सत्तारूढ़ कांग्रेस के साथ समायोजन की राजनीति में लिप्त होने तथा येदियुरप्पा के साथ मिलकर पार्टी को अपने नियंत्रण में रखने की कोशिश करने का आरोप लगा रहा है।
विजयेंद्र ने यहां संवाददाताओं से कहा, कुछ वरिष्ठों द्वारा उठाए गए कई सवाल सार्वजनिक हैं, वे चार दीवारों के बीच नहीं हैं। पार्टी के हित में सब कुछ सहन करते हुए, मेरे सामने लक्ष्य भाजपा को स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में लाना है और मैं उसी दिशा में आगे बढ़ रहा हूं।