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बैंगलोर

बिखरी राजस्थानी संस्कृति की झलक

आयोजन: सीरवी समाज कर्नाटक ट्रस्ट बलेपेट का वार्षिक सम्मेलन

बैंगलोरSep 13, 2018 / 12:35 am

arun Kumar

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बेंगलूरु. सीरवी समाज कर्नाटक ट्रस्ट बलेपेट का 39वां वार्षिक सम्मेलन मंगलवार को फ्रीडम पार्क में हर्षोल्लास से मनाया गया। बलेपेट स्थित आईमाता वडेर में पूजा, अर्चना व महाआरती का कार्यक्रम हुआ। इसके बाद वडेर से समाज की आराध्य आईमाता की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में आईमाता के जीवन से जुड़ी कई प्रकार की झांकिया सजाई गईं। राजस्थान का पारंपरिक गैर नृत्य विशेष आकर्षक का केन्द्र रहा।
शोभायात्रा में आईमाता के जयकारे लगाते हुए समाज के पुरुष व महिला वर्ग पारंपरिक वेशभूषा में चल रहे थे। संत अचलाराम का सान्निध्य प्राप्त हुआ। फ्रीडम पार्क में पहुंचकर शोभायात्रा धर्मसभा में परिवर्तित हुई। अध्यक्ष हेमाराम पंवार ने स्वागत किया। संत अचलाराम ने समाज द्वारा 19 वर्ष से लगातार करवाए जा रहे चातुर्मास आयोजन की सराहना की। संत ने सुसंस्कृत समाज का निर्माण पर जोर देते हुए कहा कि समाज की युवा पीढ़ी को हमारे संस्कारों से परिचय कराते रहना चाहिए। अखंड ज्योत, केशर, तिलक, प्रसाद, माता का शृंगार, महाप्रसाद आदि विभिन्न चढ़ावे बोले गए। चढ़ावों के लाभार्थियों का सम्मान किया गया।
मुख्य अतिथि सांसद पी.सी. मोहन का सम्मान किया गया। उन्होंने कहा, सीरवी समाज ने आपसी समन्वय व सूझबूझ रखते हुए जो प्रगति की है अन्य समाजों के लिए उदाहरण है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव का भी समाज की ओर से सम्मान किया गया। गुडुंराव ने समाज के धार्मिक कार्यों की सराहना की। सचिव ओमप्रकाश बर्फा ने कार्यक्रमों की रुपरेखा प्रस्तुत की। समाज की ओर से सभी क्षेत्रिय वडेरों के पदाधिकरियों का सम्मान किया। कोषाध्यक्ष रमेशलाल चोयल ने आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया। समाज के वीरमराम सोलंकी, थानाराम गहलोत, डवराराम पंवार, खुमराज लचेटा, पुनाराम पंवार, सुजाराम राठौड़, बाबूलाल गहलोत आदि मौजूद रहे। संचालन सचिव ओमप्रकाश बर्फा ने किया।
 

आईमाता मंदिर में विशेष पूजा
मंड्या. सीरवी समाज की ओर सें विवेकानंद लेवट में स्थित आईमाता मंदिर में आईमाता भादवी बीज पर्व के उपलक्ष्य में विशेष पूजा हुई। इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष तुलचाराम पंवार, उपाध्यक्ष बालूराम पंवार, कोषाध्यक्ष चैनाराम पंवार, सचिव अन्नाराम चोयल, वालाराम पंवार, तिलोकराम राठौड़, कालूराम सीरवी सहित कई लोग मौजूद थे।

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