सीसीबी ने कहा कि इन दस्तावेजों को असली बताकर ऊंचे मूल्य पर बेचने के आरोप में 19 अक्टूबर को मुनेश कुमार, भगत और राघवेंद्र नामक व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया तथा बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें आई हैं, जिनमें सरगना मुनेश कुमार शहरी विकास एवं नगर नियोजन मंत्री सुरेश बीएस के साथ दिख रहा है। तस्वीरों में मंत्री सुरेश आरोपी मुनेश को मिठाई खिलाते देखे जा सकते हैं।
सुरेश ने गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हर दिन सुबह से 400 से 500 से अधिक लोग उनसे मिलने आते हैं और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर मेरा उनसे कोई लेन-देन या कुछ और होता तो मैं उसे स्वीकार कर लेता।
सुरेश ने कहा, अगर कोई मेरे साथ तस्वीर खिंचवाता है और कुछ गलत करता है, तो क्या मुझे इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए? यह सच्चाई से बहुत दूर है। जब उन्हें बताया गया कि सीसीबी पुलिस ने उनके साथ मुनेश की तस्वीर जारी की है, तो सुरेश ने कहा, मुझे इस बारे में नहीं पता। मुझे इससे कोई समस्या नहीं है। राज्य पुलिस हमारी (हमारी सरकार के अधीन) है, सीसीबी और केंद्रीय पुलिस हमारी है। जिन्होंने गलत किया उन्हें फांसी पर लटका दें।
जब उनसे पूछा गया कि क्या गिरफ्तार किए गए लोग उनके परिचित हैं, तो उन्होंने कहा कि सभी लोग उन्हें जानते हैं। मंत्री ने कहा, कर्नाटक के सात करोड़ लोग मुझे जानते हैं। ऐसे कई लोग होंगे जिन्हें मैं जानता हूं लेकिन अगर कोई कुछ गलत करता है तो क्या इसके लिए मुझे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए? जांच होने दीजिए। जिसने भी गलत किया है उसे दंडित किया जाएगा।