चित्रदुर्ग. वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, चित्रदुर्ग के तत्वावधान में श्रमण संघीय उप प्रवर्तक नरेशमुनि एवं शालिभद्रमुनि आदि ठाणा के सान्निध्य में चित्रदुर्ग में वर्धमान गुरु पुष्कर नरेश स्वाध्याय भवन का उद्घाटन किया गया। धर्मसभा में नरेश मुनि ने कहा कि व्यक्ति जन्म से नहीं, कर्म से महान बनता है। यदि हम अच्छे कार्यों में अपनी संपत्ति का सदुपयोग करते हैं और अच्छी सोच, व्यवहार को लेकर गतिशील बनते हैं तो हम पुण्य को द्विगुणित कर सकते हैं। मुनि ने कहा कि दान धर्म का पहला पायदान है जिसके माध्यम से हम अपना ही नहीं सबका हित साध सकते हैं। शालिभद्रमुनि ने कहा कि जिसके पास अच्छी भावनाएं हैं वही व्यक्ति संसार के इतिहास में अमर हो पाया है। संपत्ति सभी के पास हो सकती है पर संपत्ति का जो उदारतापूर्वक व्यय करता है, संसार उसी को पूजता है।
लाभार्थी परिवारों का संघ की ओर से बहुमान किया गया
इसके बाद मुनिवृंद के सान्निध्य में उद्घाटन के लाभार्थी विजयपुर निवासी वख्तावरमल माणकचंद पारख परिवार ने उद्घाटन किया। गौड़ी पार्श्वनाथ जैन भवन में समस्त लाभार्थी परिवारों का संघ की ओर से बहुमान किया गया। भूमि दानदाता परिवारों का भी संघ की ओर सम्मान किया गया। गुरु ज्येष्ठ पुष्कर प्रवचन सभागार का खीमराज भंसाली परिवार एवं देवेंद्र दरबार का तलेसरा परिवार ने उद्घाटन किया। ध्वजारोहण का लाभ आशीषकुमार गोलेच्छा एवं जय जिनेन्द्र का लाभ बाबूलाल तलेसरा ने लिया। नरेन्द्र लुंकड़ ने स्वागत किया। जवेरीलाल तलेसरा ने धन्यवाद व्यक्त किया। चंदनबाला महिला मंडल ने अतिथियों का स्वागत किया। सभा को महावीर मेहता, लवेश सिंघवी, रुपचंद पारख, गौतमचंद मेहता, अशोक कोठारी, महेन्द्र भंसाली, महेन्द्र लुंकड़, गौतमचंद बंब, उकचंद बाफना ने भी संबोधित किया। संचालन सुमेर कोचर ने किया।