शक्ति योजना लागू होने के बाद, बसें पूरी क्षमता से चल रही हैं। बसों में भी जगह नहीं है। छात्र सही समय पर कॉलेज नहीं पहुंच पा रहे हैं। साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले छात्र पीजी में रहने का खर्च नहीं उठा सकते। ऊपर से पीजी मालिक 8,000 से 10,000 रुपए प्रति माह की मांग कर रहे हैं।
छात्रों ने कहा कि जब तक अधिकारी ठोस आश्वासन नहीं देते, वे विरोध वापस नहीं लेंगे और कार्यालय परिसर में ही सोते रहेंगे। सूचना मिलने पर तालुक अधिकारी एम.बी. सन्नेरी आंदोलन स्थल पर पहुंचे और छात्रों को शांत करने की कोशिश की। सभी आवेदकों को बीसीएम छात्रावासों में प्रवेश देने के आश्वासन के बाद छात्रों ने विरोध वापस लिया।