एएनएफ दल को देखते ही एक नक्सली ने कथित तौर पर स्वचालित हथियार से गोलीबारी शुरू कर दी। एएनएफ दल की जवाबी कार्रवाई में विक्रम गौड़ा नाम का नक्सली मारा गया जबकि चार अन्य भाग निकले। एक अधिकारी ने कहा, विक्रम गौड़ा दो दशक से अधिक समय से दक्षिण भारत में नक्सली अभियानों का नेतृत्व कर रहा था। उसने केरल और तमिलनाडु में शरण ली थी और वह कई बार कोड़गु गया था।
गृह मंत्री जी। परमेश्वर ने कहा, नक्सली अचानक पुलिस पर गोलीबारी करने लगा। पुलिस की तरफ से पलटवार करने पर वह मारा गया। उसके साथ दो-तीन नक्सली थे जो भागने में कामयाब रहे। एएनएफ पुलिस तलाशी अभियान जारी रखेगी। उन्होंने आगे कहा कि विक्रम गौड़ा काफी ज्यादा सक्रिय था और एक राज्य से दूसरे राज्य में घूमता रहता था। एएनएफ उसकी गतिविधियों पर नजर रख रहा था, लेकिन उसे गिरफ्तार करने में असमर्थ थी। एक जानकारी के आधार पर मुठभेड़ हुई। ऐसा लग रहा है राज्य में नक्सली गतिविधियां खत्म हो गई है।
गृह मंत्री परमेश्वर ने कहा, पिछले हफ्ते दो नक्सली राजू और लता को देखा गया था, लेकिन वे भाग निकलने में कामयाब रहे। उन्हें पकड़ने के लिए इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया। अचानक से अधिकारियों को विक्रम गौड़ा के बारे में जानकारी मिली। सभी अधिकारी उसे ढूंढने लगे। यह एनकाउंटर जरूरी था या नहीं इसपर उन्होंने कहा, जैसे ही उसने (विक्रम गौड़ा) पुलिस को देखा गोलियां चलाने लगा, इसलिए पुलिस को भी गोलियां चलानी पड़ी। अभी तक मेरे पास यही जानकारी आई है। नक्सल गतिविधियों में शामिल लोगों के बाहर निकालने का प्रयास जारी है।