गौरतलब है कि शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में हजार लोगों की आबादी में एक उप स्वास्थ्य केंद्र खोल कर गांव में ही छोटी बीमारियों के उपचार के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अन्य सुविधाओं का लाभ आसानी से मिल सके तथा नार्मल केस की डिलीवरी भी कराने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हैं।
लेकिन विडंबना है कि कई स्थानों में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मी अपने मुख्य कार्य में रुचि न दिखाते हुए खेती-किसानी सहित अन्य दूसरे काम करने में रमते जा रहे हैं। इसी प्रकार से उप स्वास्थ्य केंद्र सेरंगदाग में पदस्थ ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक सुनील मिंज पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि वह पिछले करीब 7 साल से यहां जमे हुए हैं।
शुरू में उन्होंने ठीक से काम किया, लेकिन समय के साथ वे अपने विभाग से जुड़े स्वास्थ्य सेवा के काम में रुचि न लेते हुए गांव के किसानों की जमीनों को किराए पर लेकर मिर्ची, मक्का, टाऊ सहित अन्य फसलों की खेती करने में पूरी तरह से रम गए हैं।
इन व्यवसायिक खेती में उन्हें अच्छा मुनाफा होने से पिकअप वाहन भी खरीद कर रख लिए हैं। अब वे अपना विभागीय कार्य करने में तनिक भी रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
शाम होते ही दोस्तों के साथ करते हैं मौज
ग्रामीणों ने बताया कि शाम होते ही आरएचओ द्वारा अक्सर उप स्वास्थ्य केंद्र बंद कर कृषि कार्य में उन्हें सहयोग देने वाले गांव के युवकों के साथ दारू-मुर्गा पार्टी (CG liquor-chicken party in hospital) की जाती है। इस बीच में यदि रात में गांव के कोई बीमार व्यक्ति आपात स्थिति में दवा लेने के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंचता है तो उन्हें आरएचओ व उसके साथ मौजूद युवकों द्वारा यह कहकर बगैर दवा दिए ही वापस भेज दिया जाता है कि अभी रात हो गई है।ठीक से कर रहा हूं विभागीय काम
इस संबंध में सेरंगदाग के आरएचओ सुनील मिंज ने कहा कि मैं अपना विभागीय कार्य ठीक प्रकार से कर रहा हूं। यहां पदस्थ एएनएम अपना ड्यूटी कर रही है। मेरे द्वारा यहां पिछले 4 साल से कोई खेती नहीं की गई है।तबादला करने की मांग
आरएचओ व उसके दोस्तों की इस तरह की हरकतों से परेशान होकर ग्रामीणों ने आरएचओ के शराब-मुर्गा पार्टी (CG liquor-chicken party in hospital) मानने का चुपके से वीडियो भी बना लिया है। वीडियो में आरएचओ सुनील मिंज को सेरंगदाग के स्वास्थ्य केंद्र में अपने दोस्तों के साथ शराब मुर्गा पार्टी मनाते हुए साफ देखा जा सकता हैं। ग्रामीणों ने आरएचओ सुनील मिंज को यहां से हटाकर अन्यत्र तबादला करने की मांग की है।मामले की करेंगे जांच
टीम गठित मामले की जांच की जाएगी। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्यवाही करेंगे।डॉ. सतीश पैंकरा, बीएमओ, कुसमी