उसने अपने आवेदन में बताया कि वह 21 अप्रैल 2024 को शाम 5 बजे बया से अपने ट्रैक्टर में छड़ सीमेंट लेकर गांव वापस आ रहा था। इस समय गांव के ही रहने वाले दो लोगों को खेत के पास बुलाकर उसे वन क्षेत्राधिकारी ने झूठे शिकार केस में फंसाने की धमकी दी। जिससे आदिवासी समाज में आक्रोश व्याप्त है। युवक ने राजादेवरी थाना में इस मामले का शिकायती आवदेन दिया है।
पुलिस ने निष्पक्ष जांच का दिलाया है भरोसा
हालांकि राजादेवरी थाना में आवदेन की पावती नही दी गई है। आवदेन को रख लिया गया है। एवं उक्त आदिवासी युवक को जांच करने का आश्वसन दिया गया है। शिकायत के बाद राजा देवरी थाना प्रशासन हरकत में आ गया है। वहीं इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी पुष्पेंद्र साहू ने दूरभाष पर बताया कि वह देवपुर से मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर अचानकपुर के पास वन क्षेत्र में शिकार करने की शिकायत मिली थी। जिसकी जांच करने वह गए थे। जहां रास्ते में यह युवक उन्हें मिला। उन्होंने उससे पूछताछ तलाशी की, कुछ बरामद नहीं हुआ। अब वन परिक्षेत्राधिकारी साहू उस आदिवासी युवक के पुराने केस हिस्ट्री की पड़ताल कर रहे हैं।