बालोद

तिजहारिन पहुंचने लगी मायके, ट्रेन व बसें फुल, धक्का-मुक्की के बीच खड़े-खड़े यात्रा कर रहीं महिलाएं

बालोद जिले में तीज पर्व को लेकर महिलाओं में उत्साह है। बड़ी संख्या में महिलाएं अपने-अपने मायके पहुंच रही हैं, जिससे ट्रेनों व बसों में भीड़ देखने को मिल रही है।

बालोदSep 03, 2024 / 11:37 pm

Chandra Kishor Deshmukh

Teej festival बालोद जिले में तीज पर्व को लेकर महिलाओं में उत्साह है। बड़ी संख्या में महिलाएं अपने-अपने मायके पहुंच रही हैं, जिससे ट्रेनों व बसों में भीड़ देखने को मिल रही है।

पर्व को लेकर बाजार भी गुलजार

पर्व को लेकर पूजा सामग्री का बाजार भी गुलजार है। यहां बस संचालकों की मनमानी व परिवहन विभाग की लापरवाही भी देखने को मिल रही है। बीते साल जिले में बस दुर्घटना भी हुई थी। बावजूद बसों में यात्रियों को ठूस-ठूंस कर भरा जा रहा है। परिवहन विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। अभी कुछ दिन ऐसे ही हालात बने रहने के आसार हैं। क्षमता से अधिक यात्री बसों में बैठाकर ले जाने से कभी भी बड़ी घटना घट सकती है।
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आरटीओ विभाग भी शांत

इधर आरटीओ विभाग भी शांत है। वाहनों की स्थिति क्या है इनकी जानकारी तक नहीं ले रहा है। वहीं बस स्टैंड में यात्रियों की सुरक्षा व सुविधाएं लचर हैं। सुरक्षा व असामाजिक तत्व की निगरानी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।

बस स्टैंड में नहीं लगा कैमरा, पुलिस सहायता केंद्र भी ठंडे बस्ते में

नगर पालिका ने बस स्टैंड में बीते साल रंग रोगन कराया, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से विशेष पहल नहीं की। पहले कैमरे लगाए गए थे, लेकिन खराब होने के बाद दो साल से कैमरे निकाल दिए गए। दोबारा कैमरे नहीं लगाए गए। बस स्टैंड में भीड़ रहती है और असामाजिक तत्व भी रहते हैं। इन लोगों पर निगरानी के लिए पुलिस टीम एवं कैमरे लगाने की जरूरत है। नगर पालिका ने यहां पुलिस सहायता केंद्र खोलने की योजना बनाई है। आज तक सुविधा नहीं मिल पाई है।
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दो दिन अभी भीड़ ज्यादा रहेगी

बस स्टैंड में महिला यात्रियों की आवाजाही बढ़ गई है। लंबे समय बाद बसों में यात्रियों की रेलमपेल दिखी। कई बसों में बैठने के लिए सीट नहीं थी। यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करनी पड़ रही है। तीज पर्व पर बस चालकों की कमाई में वृद्धि हुई है। परेशानी सबसे ज्यादा छोटे बच्चे व वृद्धों को हो रही है।

अखंड सौभाग्य के लिए महिलाएं रखेंगी व्रत

तीज व्रत को लेकर पूजन सामग्री का बाजार सजा हुआ है, जिसके चलते बाजार में चहल-पहल है। हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज व्रत रखा जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को महिलाएं अखंड सौभाग्य और सुखी दांपत्य जीवन के लिए रखती हैं।

कपड़ा व सराफा बाजार में भी रौनक

व्रत को लेकर सुहागिनों ने अभी से ही नए वस्त्र, आभूषण, पूजा सामग्री आदि की खरीदारी कर रही हैं। कपड़ा बाजार, सोने-चांदी और चूड़ी दुकानों में महिलाओं की भीड़ है। हरितालिका तीज में भगवान श्रीगणेश, भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। सुहागिन महिलाएं फूलेरा सजा कर शिव पंचायत की पूजा करती हंै।

प्रसाधन की नियमित करें सफाई

बस स्टैंड में महिला व पुरुष प्रसाधन है, लेकिन यहां की नियमित सफाई भी नहीं हो रही है। यात्रियों ने कहा कि त्यौहार है। ऐसे में अभी भीड़ लगातार रहेगी। प्रसाधनों की नियमित सफाई की जानी चाहिए। बस स्टैंड को भी व्यवस्थित करने का सुझाव यात्रियों ने दिया है।

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