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देखें … आखिर क्यों करना पड़ा चक्काजाम
चक्काजाम की सूचना पर पहुंचे अधिकारी
चक्काजाम की सूचना मिलने पर शिक्षा, पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने आगामी छह सितंबर तक भवन निर्माण शुरू कराने का लिखित आश्वासन दिया। शिक्षा विभाग निर्माण शुरू नहीं कर पाता है तो जिले के डीएमएफ मद से भवन का निर्माण कराया जाएगा। कांग्रेस शासन काल में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत विद्यालय में छह अतिरिक्त कमरे के लिए 48 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे। इसके बाद चुनाव आचार संहिता लग गई और का रुक गया।आचार संहिता हटने के बाद किया डिस्मेंटल
आचार संहिता हटने के बाद एसडीएम के आदेश पर स्कूल के जर्जर भवन को दिसंबर 2023 में डिस्मेंटल कर दिया गया। मलबा हटाने के तुरंत बाद जानकारी मिली कि राशि वापस चली गई है। अब शाला भवन एक मैदान की तरह खाली पड़ा है। बच्चे इधर-उधर बैठकर पढऩे को मजबूर हैं। बच्चों ने कई बार भवन निर्माण व शिक्षकों की कमी को लेकर अपनी बात ऊपर तक पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन किसी ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। यह भी पढ़ें :
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विधायक पहुंचे दौरे पर तो लिया संज्ञान
कुछ दिन पहले क्षेत्रीय विधायक कुंवर सिंह निषाद भरदाकला स्कूल पहुंचे। पालक एवं शिक्षकों की बैठक लेकर इन सारी बातों को संज्ञान में लेते हुए अपनी बातों को शासन-प्रशासन तक पहुंचाने सांकेतिक चक्काजाम किया।बच्चों ने एसडीएम को बताई समस्या
बच्चों ने अधिकारियों को अपनी समस्याएं बताईं। इस साल उनको पढ़ाई में तकलीफ हो रही है। बैठने के लिए कोई उचित भवन नहीं है। जो राशि आई थी, वह भी वापस चली गई है। भवन कब बनेगा किसी को नहीं पता है। शिक्षकों की भी कमी है।1990 में बना था भवन
हायर सेकंडरी स्कूल का जर्जर भवन तोड़ा गया है वह 1990 में ग्राम पंचायत भरदाकला के पूर्व सरपंच मनीराम बोरकर व हिमलेश्वरी देवांगन के कार्यकाल में बना था। अब पूरी तरह जर्जर हो गया था।मलबा गिरने से घायल छात्र आज भी बीमार
लगभग दो साल पहले जर्जर छत का मलबा गिरने से एक छात्र को गंभीर चोट आई थी। वह आज भी बीमार है। उसे आज भी झटके आते हैं। शासन- प्रशासन से आज तक कोई सहयोग नहीं मिला। यह भी पढ़ें :