व्याख्याता कभी स्कूल आते हैं या नहीं भी आते
ग्रामीणों ने कहा कि डोंगरगांव से आने वाले व्याख्याता (एलबी) रितेश कुमार जैन कभी स्कूल आते हैं और कभी नहीं आते हैं। विलंब से भी आते हैं। प्रबंध समिति व स्कूल के प्रभारी प्राचार्य रहे हीरूराम वर्मा की आपत्ति पर राजनीतिक धौंस जमाने लगे। उन्हें धमकी दी कि मेरी मर्जी मैं स्कूल कभी भी आंऊ या न आंऊ, बच्चों की क्लास लूं या न लूं। स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों का कहना है कि व्याख्याता डोंगरगांव के भाजपा नेता अपने ससुर की धौंस स्कूल के शिक्षकों व प्रबंध समिति पर जमाता है। व्याख्याता डोंगरगांव से मीडियाकर्मियों को बुलाकर स्कूल के विषय में एकपक्षीय खबरें प्रकाशित करवाता है, जिससे छवि खराब हो रही है। स्कूल का शिक्षण कार्य भी प्रभावित होता है।
दो बोर खराब होने से अटल आवास में गहराया जल संकट, टैंकर से हो रही पानी सप्लाई
व्याख्याता की प्रताड़ना से प्राचार्य पद छोड़ दिया
प्रभारी प्राचार्य रहे हीरूराम वर्मा के पक्ष में ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने स्कूल में अच्छा प्रबंधन किया है। उनके प्रभार में स्कूल की शैक्षणिक व अन्य गतिविधियां में बेहतर कार्य हुए, लेकिन व्याख्याता की लेटलतीफी व अनुपस्थिति पर आपत्ति करने पर उन्हें व्याख्याता ने प्रताड़ित किया। इसलिए उन्होंने प्राचार्य का प्रभार छोड़ दिया। अब उसकी मनमानी बढ़ गई है। स्कूल में शिक्षण व अन्य शासकीय कार्य ठप हो गए हैं।
बच्चों को भी धमकाने का मामला सामने आया
प्रबंधन समिति के सदस्यों ने बताया कि कुछ शरारती बच्चों से स्कूल का प्रोजेक्टर व एलएडी स्क्रीन टूट गया था। स्कूल प्रबंधन समिति व पालकों की बैठक की। पालकों के माध्यम से पुन: दुरुस्त कराया गया। बैठक में व्याख्याता जैन ने ऐसी सलाह दी थी, लेकिन प्रभारी प्राचार्य वर्मा को प्रताडि़त करने के उद्देश्य से जैन ने उसे गलत तरीके से खबरों में प्रकाशित कराया। व्याख्याता के कारण स्कूल राजनीति का अखाड़ा बन गया है। उसकी ओर से बच्चों को भी धमकाने का मामला आया है।
पहले इस जिले में 8 ब्लैक स्पाट थे, अब रह गए पांच, जाने कौन-कौन से…
व्याख्याता पर कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों व स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों ने व्याख्याता पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए प्राचार्य का प्रभार पुन: हीरूराम वर्मा को देने की मांग की है। ग्रामीणों ने कलेक्टर सहित जिला शिक्षा अधिकारी व मुख्यमंत्री के नाम भी शिकायत पत्र प्रेषित किया है। साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। शिकायत करने वालों में ठाकुर राम सोनी, संजीव चौधरी, दिलेश्वर भुआर्य, भूषण लाल, अशोक देवांगन, प्रेमलाल, हेमंत कोमा, जगदीश राम, शंकर लाल, अनिल कुमार, प्रभा भुआर्य, नेमिन बाई, कुलेश्वरी कोमा, अतीता भुआर्य आदि शामिल हैं।