गौरतलब है कि बलिया जिले के शिक्षा क्षेत्र मनियर के कंपोजिट विद्यालय रामपुर दक्षिण के सहायक अध्यापकों द्वारा लिखित रूप से शिकायती पत्र देकर अवगत कराया गया था कि विद्यालय में प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय के भौतिक परिवेश में ना तो सुधार किया जा रहा है ना ही शैक्षणिक कार्य में कोई सहयोग किया जाता है। इसके साथ ही साथ विद्यालय में मेनू के अनुसार भोजन भी नहीं बनाया जाता। विद्यालय में खर्च के लिए जो कंपोजिट ग्रांट आता है वह भी सही तरीके से खर्च नहीं किया जा रहा। शिकायत के आधार पर बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह औचक निरीक्षण करने विद्यालय पहुंचे। जहां पर प्रधानाध्यापक बिना सूचना के अनुपस्थित मिले साथ ही साथ निरीक्षण में पंजीकृत 200 बच्चों के सापेक्ष मात्र 30 बच्चे ही उपस्थित पाए गए। ये बच्चे बिना स्कूल यूनिफॉर्म के थे। विद्यालय में उपस्थिति पंजिका के अतिरिक्त किसी भी प्रकार का कोई रजिस्टर भी उपलब्ध नहीं मिला।
प्रधानाध्यापक को निलंबन के साथ ही दूसरे विद्यालय में संबद्ध किया गया
निरीक्षण में बेसिक शिक्षा अधिकारी को प्रधानाध्यापक के अनुपस्थिति के साथ-साथ कई कमियां मिलीं, जिसके बाद बीएसए ने प्रधानाध्यापक को निलंबित करने के साथ ही शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बनकटापुर से संबंध करते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई भी प्रस्तावित की। इसके साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी सियर एवं नगर क्षेत्र को जांच अधिकारी नामित करते हुए बीएसए ने निर्देशित किया कि संबंधित प्रधानाध्यापक के विरुद्ध अलग से आरोप पत्र अधो हस्ताक्षरी से अनुमोदित कराकर कर्मचारी का लिखित अभिकथन औपचारिक रूप से प्राप्त कर तथ्यपरक और सुसंगत व्याख्या 15 दिन के अंदर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।