बालाघाट. वन परिक्षेत्र वारासिवनी के ग्राम बेहरई में 31 जुलाई की सुबह वन्य प्राणी भालू घर में घुस गया था। सूचना मिलने पर वन अमला मौके पर पहुंचा। घटना की सूचना कान्हा टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम को दिया। टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू किया। बारिश के कारण करीब 6 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। वन अमले ने भालू का सुरक्षित रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार बेहरई के किसान दुर्गाप्रसाद बघेले के घर में बुधवार की सुबह भालू घुस गया था। गांव में भालू के प्रवेश करने से ग्रामीणों में दहशत थी। ग्रामीणों के शोर-शराबे के चलते भालू मवेशियों के कोठे में जाकर दुबक गया था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन अमले को दी। सूचना मिलने पर वन अमला मौके पर पहुंचा। कान्हा नेशनल पार्क की रेस्क्यू टीम भी पहुंची। टीम ने कच्चे मकान की खपरेल को हटाया। इसके बाद भालू का रेस्क्यू किया। उसे बेहोश किया गया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बारिश होने के चलते कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। जिसके चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में थोड़ा समय भी अधिक लगा। इधर, कान्हा नेशनल पार्क विशेषज्ञों की देखरेख में भालू को ले जाकर जंगल में छोड़ा गया।
जानकारी के अनुसार बेहरई के किसान दुर्गाप्रसाद बघेले के घर में बुधवार की सुबह भालू घुस गया था। गांव में भालू के प्रवेश करने से ग्रामीणों में दहशत थी। ग्रामीणों के शोर-शराबे के चलते भालू मवेशियों के कोठे में जाकर दुबक गया था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन अमले को दी। सूचना मिलने पर वन अमला मौके पर पहुंचा। कान्हा नेशनल पार्क की रेस्क्यू टीम भी पहुंची। टीम ने कच्चे मकान की खपरेल को हटाया। इसके बाद भालू का रेस्क्यू किया। उसे बेहोश किया गया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान बारिश होने के चलते कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। जिसके चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में थोड़ा समय भी अधिक लगा। इधर, कान्हा नेशनल पार्क विशेषज्ञों की देखरेख में भालू को ले जाकर जंगल में छोड़ा गया।