Bahraich News:
बहराइच जिले के फखरपुर विकासखंड के गांव सराय जगना में करीब 50 वर्ष पहले लोगों ने खलिहान और रास्ते की जमीन पर पक्का मकान फूस की झोपड़ी बनाकर कब्जा कर लिया। तब से उनकी पीढ़ी इसी मकान में गुजर बसर करती चली आ रही है। दो पक्षों के मध्य तीन फीट रास्ते को लेकर विवाद हुआ। मामला हाईकोर्ट तक पहुंच जाने के बाद कोर्ट ने सरकारी जमीन को खाली करने का आदेश प्रशासन को दिया। इससे पहले वर्ष 2023 में खलिहान और चकरोड की जमीन पर बने मकान को खाली करने के लिए प्रशासन नोटिस दे चुका था। लेकिन किसी ने खाली नहीं किया था। हाईकोर्ट के जमीन से कब्जा मुक्त करने के आदेश के बाद प्रशासन भारी संख्या में पुलिस पीएसी फोर्स के साथ बुलडोजर लेकर पहुंच गया। 23 कच्चे पक्के मकानों को गिरकर ध्वस्त कर दिया गया। जमीन अतिक्रमण मुक्त करने के लिए प्रशासन ने 123 लोगों को नोटिस दिया था। जिसमें से 23 का मकान गिरा दिया गया है। बच्चे मकान पर अभी जांच और पैमाइश चल रही है। जो भी अतिक्रमण के दायरे में आएंगे उन्हें गिरा दिया जाएगा। एसडीएम ने बताया कि पहले शिफ्ट में 23 मकान तोड़े जा रहे हैं। सुरक्षा को लेकर काफी पुलिस और पीएससी के जवानों के साथ महिला पुलिस कर्मी तैनात है।
इस गाटा संख्या पर था अवैध कब्जा
कैसरगंज तहसील के सराय जगना गांव में प्रशासन का बुलडोजर चलने के बाद अपना आशियाना गिरता देख महिलाएं और बच्चे फूट-फूट कर रोए। सैकड़ो की संख्या में लोग बेघर हो गए। प्रशासन ने गाटा संख्या 92, 211 और 212 राजस्व अभिलेखों में खलिहान और रास्ते की भूमि अंकित है। जिस पर अतिक्रमण हटाया जा रहा है।