इसके पास से तमंचा और कारतूस बरामद हुआ है। पुलिस को मुखबिर द्वारा यह पता चला था कि जितेंद्र मुसहर अपने साथी चंद्रशेखर मुसहर से मिल कर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाला है। इस सूचना पर एसटीएफ और सिधारी पुलिस भदुली बाईपास के पास उसका इंतजार करने लगे। कुछ समय बाद 2 व्यक्ति पैदल ही आते दिखाई दिए और पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस टीम ने उनका पीछा किया तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। जवाबी फायरिंग में जितेंद्र मुसहर को गोली लगी और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अंधेरे का फायदा उठाकर दूसरा व्यक्ति भाग निकला। जितेंद्र मुसहर के पैर में गोली लगी थी। पुलिस ने उसे नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया।
जेल से भागा था जितेंद्र मुसहर
गौरतलब जितेंद्र मुसहर जेल में खाना बनाने के दौरान कलछुल,चादर और गमछे की मदद से दीवार फांद कर भाग निकला था। जितेंद्र मुसहर की गिरफ्तारी से पुलिस ने राहत की सांस ली है।
गौरतलब है कि जितेन्द्र मुसहर द्वारा 21-03-2014 को थाना क्षेत्र जीयनपुर, कोतवाली अन्तर्गत जीवन ज्योति क्लीनिक के मालिक डा0 विनोद यादव के घर डकैती की घटना के दौरान डा0 विनोद यादव एवं उनकी पत्नी डा0 संगीता यादव की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मात्र 4 दिन बाद ही 25-03-2014 को जितेन्द्र मुसहर द्वारा ग्राम सोहनी थाना क्षेत्र केराकत, जौनपुर में डकैती के दौरान गृह स्वामी अगरतु एवं उनकी पत्नी जुवरा देवी की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। इसके बावजूद भी उसकी क्रूरता का क्रम नहीं रूका। पुनः करीब दो माह बाद 21-05-2014 को ग्राम मुलायमनगर, थाना फेफना बलिया में डकैती की घटना के दौरान एक व्यक्ति की मौके पर हत्या कर दिया। इस घटना में 02 महिलाएं गम्भीर रूप से घायल हो गयी हैं। इस घटना के ठीक पांच दिन बाद 26-05-2014 को थाना क्षेत्र तरवॉ, जनपद आजमगढ़ में ग्राम तरवॉ कातूसिंह का पुरवा स्थित मन्दिर में डकैती के दौरान पुजारी अनिल शर्मा सहित ग्रामीण सत्यनारायण विश्वकर्मा एवं दीपक सिंह की ईट एवं धारदार हथियार से हत्या कर पुलिस को खुली चुनौती दे डाली।
गौरतलब जितेंद्र मुसहर जेल में खाना बनाने के दौरान कलछुल,चादर और गमछे की मदद से दीवार फांद कर भाग निकला था। जितेंद्र मुसहर की गिरफ्तारी से पुलिस ने राहत की सांस ली है।
गौरतलब है कि जितेन्द्र मुसहर द्वारा 21-03-2014 को थाना क्षेत्र जीयनपुर, कोतवाली अन्तर्गत जीवन ज्योति क्लीनिक के मालिक डा0 विनोद यादव के घर डकैती की घटना के दौरान डा0 विनोद यादव एवं उनकी पत्नी डा0 संगीता यादव की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मात्र 4 दिन बाद ही 25-03-2014 को जितेन्द्र मुसहर द्वारा ग्राम सोहनी थाना क्षेत्र केराकत, जौनपुर में डकैती के दौरान गृह स्वामी अगरतु एवं उनकी पत्नी जुवरा देवी की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। इसके बावजूद भी उसकी क्रूरता का क्रम नहीं रूका। पुनः करीब दो माह बाद 21-05-2014 को ग्राम मुलायमनगर, थाना फेफना बलिया में डकैती की घटना के दौरान एक व्यक्ति की मौके पर हत्या कर दिया। इस घटना में 02 महिलाएं गम्भीर रूप से घायल हो गयी हैं। इस घटना के ठीक पांच दिन बाद 26-05-2014 को थाना क्षेत्र तरवॉ, जनपद आजमगढ़ में ग्राम तरवॉ कातूसिंह का पुरवा स्थित मन्दिर में डकैती के दौरान पुजारी अनिल शर्मा सहित ग्रामीण सत्यनारायण विश्वकर्मा एवं दीपक सिंह की ईट एवं धारदार हथियार से हत्या कर पुलिस को खुली चुनौती दे डाली।