आजमगढ़ को मायावती ने बनाया चुनावी प्रयोगशाला
आजमगढ़ लोकसभा सीट को प्रयोगशाला बनाए जाने को लेकर न सिर्फ पार्टी कार्यकर्ता बल्कि बीजेपी और
समाजवादी पार्टी भी हैरत में है। जिस आजमगढ़ की सीट पर पूरे प्रदेश की नजर लगी हुई है वहां की चुनावी गणित ‘हाथी’ उलझाए हुए है।
BSP के प्रत्याशी सपा में हुए शामिल
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बसपा के उम्मीदवार रहे शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली के समाजवादी पार्टी में चले जाने बाद से BSP को आजमगढ़ में प्रत्याशी चयन को लेकर काफी कसरत करनी पड़ी है। प्रत्याशियों की घोषित चौथी लिस्ट में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे भीम राजभर को आजमगढ़ लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया था। इसके 12 दिन बाद 24 अप्रैल को भीम राजभर को आजमगढ़ से सलेमपुर लोकसभा सीट पर उतार दिया गया।
बसपा ने शबीहा अंसारी को बनाया उम्मीदवार
28 अप्रैल को BSP की नौवीं लिस्ट में शबीहा अंसारी को प्रत्याशी बनाया गया। अब फिर से बदलाव हुआ तो तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे और चर्चाएं होने लगीं। बसपा उम्मीदवार मशहुद अहमद नामांकल करने के लिए दो सेट पर्चा भी खरीद चुके हैं।