Covid प्रोटोकॉल के बीच मनाया जाएगा भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के जन्मोत्सव को मनाए जाने की तैयारी है लेकिन कोविड-19 संक्रमण के कारण इस इस उत्सव में भव्यता नहीं दी जा सकती है लेकिन 9 वर्ष के बाद मिल रहे संयोग बड़ा ही शुभ संकेत दे रहा है जिसके चलते भी लोग अपने में घरों में रहकर पूजन अर्चन करें। राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के मुताबिक समाज में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लोग अपने घरों पर रहकर इस महत्वपूर्ण समय पर पूजन अर्चन के साथ राम नाम जप करें जिससे देश में होने वाला यह महामारी समाप्त हो सके।
कर्क लग्न और अभिजीत मुहूर्त में हुआ था भगवान श्रीराम का जन्म ग्रहों व नक्षत्रों के अनुसार भगवान श्रीराम का जन्म कर्क लग्न और अभिजीत मुहूर्त में हुआ था और इस बार रामनवमी के दिन अश्लेषा नक्षत्र लग्न में स्वग्रही यही चंद्रमा और सप्तम भाव में स्वग्रही शनि, दशम भाव में सूर्य बुध और शुक्र होंगे। जिससे ग्रहों व नक्षत्रों की इस मंगलकारी शुभ तिथि पर पूजन और खरीदारी करने से लाभ होगा राम नाम जप करने से अत्यधिक लाभ मिलेगा। ज्योतिष के अनुसार नवमी तिथि मंगलवार की रात 12:43 बजे से प्रारंभ हो जाएगा और अगले दिन बुधवार को देर शाम 7:00 बजे तक रहेगा। वहीं इस दिन भगवान श्री राम के जन्म उत्सव को लेकर 11:02 बजे से ही शुभ मुहूर्त प्रारंभ हो जाएगी और दोपहर 1:38 तक रहेगा।