इसके बाद फिर सबसे पहले आईने में रामलला को उनकी शक्ल दिखाई जाएगी। रामलला की यह नई मूर्ति दक्षिण भारतीय शैली की है। रामलला की इस मूर्ति में उत्तर और दक्षिण भारत दोनों का सामंजस्य दिखाई देगा।
भगवान राम की श्याम वर्ण की यह खड़ी मूर्ति है. इसकी लंबाई 51 इंच है। इस मूर्ति को खड़ी अवस्था में इसलिए रखा गया है, ताकि दूर से लोग इसे देख सकें। इस मूर्ति में भगवान राम के दसों अवतार का वर्णन किया गया है।
रामलला की यह मूर्ति अचल होगी। प्राण प्रतिष्ठा के वक्त आईने में रामलला को पहले उनकी शक्ल दिखाई जाएगी। इसके बाद पीएम मोदी मूर्ति की आंखों में काजल लगाएंगे और फिर प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी! भगवान राम लला के श्रृंगारी के लिए सभी रत्नों का इस्तेमाल किया गया है। नव रत्न के इस्तेमाल से उनकी प्रसाद, वस्त्र, माला, धनुष और मुकुट में लगाए गए हैं। स्वर्ण और रत्न जड़ित मुकुट और धनुष है।