यूपी सरकार पहुंची राम के द्वार
दस बसों के साथ लखनऊ से यूपी सरकार के मंत्रियों, विधायकों, और विधान परिषद सदस्यों का एक दल राम जन्मभूमि परिसर में पहुंचा। इसमें रालोद के पांच, कांग्रेस और बसपा के एक-एक विधायक शामिल थे जबकि सपा का कोई भी नेता शामिल नहीं था। सभी ने रामलला के दरबार में हाजिरी दी, और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में रामलला के सामने अपनी श्रद्धा प्रकट की। उन्होंने गर्भगृह के सामने बैठकर करीब पंद्रह मिनट तक ध्यान और प्रार्थना किया। मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से भी मिलकर राममंदिर परिसर की प्रगति की जांच की।
राममंदिर में दर्शन-पूजन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस, बसपा और रालोद के साथ मिलकर सामूहिक रूप से दर्शन किए। इन दलों के विधायक, प्रदेश सरकार के मंत्रियों, एनडीए के विधायकों और एमएलसी के साथ कुल 330 सदस्य अयोध्या पहुंचे। केवल समाजवादी पार्टी ने इस यात्रा में शामिल नहीं होने का फैसला किया। इसका संकेत सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले ही दे दिया था।
दस बसों के साथ लखनऊ से यूपी सरकार के मंत्रियों, विधायकों, और विधान परिषद सदस्यों का एक दल राम जन्मभूमि परिसर में पहुंचा। इसमें रालोद के पांच, कांग्रेस और बसपा के एक-एक विधायक शामिल थे जबकि सपा का कोई भी नेता शामिल नहीं था। सभी ने रामलला के दरबार में हाजिरी दी, और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में रामलला के सामने अपनी श्रद्धा प्रकट की। उन्होंने गर्भगृह के सामने बैठकर करीब पंद्रह मिनट तक ध्यान और प्रार्थना किया। मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से भी मिलकर राममंदिर परिसर की प्रगति की जांच की।
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सिर्फ सपा ने बनाई दूरीराममंदिर में दर्शन-पूजन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस, बसपा और रालोद के साथ मिलकर सामूहिक रूप से दर्शन किए। इन दलों के विधायक, प्रदेश सरकार के मंत्रियों, एनडीए के विधायकों और एमएलसी के साथ कुल 330 सदस्य अयोध्या पहुंचे। केवल समाजवादी पार्टी ने इस यात्रा में शामिल नहीं होने का फैसला किया। इसका संकेत सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले ही दे दिया था।