इसमें दीए सजाने के बाद दीपोत्सव के दिन प्रज्ज्वलित किया जायेगा। संयोजिका डॉ0 सरिता द्विवेदी की देखरेख में विभागीय शिक्षकों डॉ0 रीमा सिंह, श्रीमती सरिता सिंह, आशीष प्रजापति, डॉ0 अलका श्रीवास्तव राम की पैड़ी के घाट 10 को गेरुआ रंग में मंदिर मॉडल से संबंधित 60 ब्लॉकों के रेखांकन का कार्य पूर्ण किया।
आर्ट्स विभाग की डॉ0 रीमा सिंह ने बताया कि मंदिर मॉडल के रंगाकन का कार्य अवध की लोक कला से प्रेरित रही है जिसके अंतर्गत गेरू एवं सफेद रंग के द्वारा चित्रांकन का कार्य किया जा रहा है। श्रीमती सरिता सिंह ने बताया कि मंदिर निर्माण का निर्धारण ज्यामितीय विधि से बहुत ही आकर्षक विधि से निर्धारित किया गया है। आशीष प्रजापति ने बताया कि भव्य मंदिर मॉडल में मुख्य प्रवेश द्वार के साथ वास्तुकला आधारित 11 द्वार का निर्माण किया गया है।
आर्ट्स विभाग की डॉ0 रीमा सिंह ने बताया कि मंदिर मॉडल के रंगाकन का कार्य अवध की लोक कला से प्रेरित रही है जिसके अंतर्गत गेरू एवं सफेद रंग के द्वारा चित्रांकन का कार्य किया जा रहा है। श्रीमती सरिता सिंह ने बताया कि मंदिर निर्माण का निर्धारण ज्यामितीय विधि से बहुत ही आकर्षक विधि से निर्धारित किया गया है। आशीष प्रजापति ने बताया कि भव्य मंदिर मॉडल में मुख्य प्रवेश द्वार के साथ वास्तुकला आधारित 11 द्वार का निर्माण किया गया है।
ललित कला विभाग के समन्वयक में प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अवध विश्वविद्यालय एवं उत्तर प्रदेश शासन के विशिष्ट सहयोग से 3-डी इंपैक्ट आधारित राम मंदिर मॉडल का निर्माण लगभग 108000 दीए प्रज्वलित किए जायेंगे। जिसमें छात्र-छात्राओं में वीरेंद्र, विमल, बृजेश, आकांक्षा, कविता, सोनाली, सोनू, उमा, गौरव, साक्षी,आशीष, शिवम, नितेश, सुमन, सूरज, शिव शंकर यादव का सराहनीय योगदान है।