इस क्रैश टेस्ट में हुंडई टक्सन के टॉप-एंड 2.0L पेट्रोल ऑटोमेटिक सिग्नेचर वेरिएंट का परिक्षण किया गया था, जो 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), रियर आउटबोर्ड सीटों के लिए आइसोफिक्स एंकर और सभी पैसेंजर्स के लिए रिमाइंडर के साथ थ्री-पॉइंट सीटबेल्ट जैसे एडवांस फीचर्स से लैस है। इसके एक्स्ट्रा सेफ्टी फीचर्स में टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, हिल होल्ड कंट्रोल, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर, रियरव्यू कैमरा और लेवल 2 ADAS सूट शामिल हैं।
Hyundai Tucson Adult Occupant Protection: वयस्क पैसेंजर सेफ्टी?
हुंडई टक्सन ने फ्रंटल ऑफसेट डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट में 16 में से 14.84 अंक और साइड मूवेबल डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट में 16 में से पूरे 16 अंक हासिल किए। इसने ड्राइवर और पैसेंजर के सिर और पीठ के लिए मजबूत सुरक्षा दी है, वहीं गर्दन की सुरक्षा को पर्याप्त माना गया, जबकि छाती और पैरों की सेफ्टी भी पर्याप्त रही है।एसयूवी का साइड पोल इम्पैक्ट टेस्ट परफॉर्मेंस ठीक माना गया है।
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Hyundai Tucson Child Occupant Protection: बच्चों की सेफ्टी?
बच्चों की सुरक्षा की बात करें तो, डायनेमिक टेस्ट और सीआरएस (चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम) इंस्टॉलेशन टेस्ट में, टक्सन ने क्रमशः 24 में से 24 और 12 में से 12 अंकों के साथ पूरे नंबर हासिल किए हैं। टेस्ट किए गए मॉडल में 18 महीने और 3 साल के बच्चों की डमी को आइसोफिक्स एंकरेज और एक सपोर्ट लेग से सुरक्षित पीछे वाली सीटों पर दिखाया गया है। इसके आलावा, हुंडई टक्सन AIS-100 पैदल चल रहे पैसेंजर्स की सेफ्टी स्टैंडर्ड को पूरा करती है, जिससे सड़क पर असुरक्षित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। हालांकि, भारत NCAP ने SUV के बॉडीशेल और फुटवेल एरिया के प्रदर्शन का विस्तृत मूल्यांकन नहीं किया, वहीं रिपोर्ट में बच्चों की सुरक्षा के बारे में डिटेल में जानकारी का आभाव नजर आया।
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