क्या आपकी जेब में भी नहीं टिकता पैसा, करें ये आसान vastu tips भरी रहेगी जेब
सेलरी मिलते ही क्या आपकी जेब भी तुरंत खाली हो जाती है? क्या आपके पास कभी पैसा नहीं टिकता…अगर हां, तो आइए हम आपको बताते हैं क्या हैं इसके कारण…वास्तु के ये उपाय हमेशा भरी रखेंगे आपकी जेब
भोपाल। पैसा कमाने के लिए हम दिन-रात काम और कड़ी मेहनत करते हैं। कमाए हुए पैसे को लॉकर, अलमीरा के साथ ही अपने पर्स या जेब में भी रखते हैं। लेकिन कुछ लोगों की किस्मत ऐसी होती है कि उनकी जेब में पैसा आता है और तुरंत खर्च हो जाता है। पर्स में पैसे रखे नहीं कि पर्स खाली। पानी की तरह हाथ से बहता पैसा अगर आपको भी इसी तरह परेशान करता है और काफी कोशिशों के बावजूद कभी आपके पास नहीं टिकता तो पत्रिका.कॉम आपको बता रहा है कुछ ऐसे वास्तु टिप्स जिन्हें आप आज से और अभी से फॉलो करना शुरू कर दें…फिर देखिए कैसे पैसा आपके पर्स में भरा रहेगा…
जानें क्यों आपका पर्स हो जाता है खाली – बहुत से लोग ऐसे हैं जो अपने पर्स में पैसे के साथ ही पुराने बिल, गैर जरूरी कागज या सामान आदि भी रखते हैं। वास्तु के मुताबिक धन स्थान पर किसी प्रकार की गंदगी एक तरह का दोष है। जिससे धन की देवी लक्ष्मी की कृपा बरसना बंद हो जाती है। इसीलिए जिस स्थान पर धन रखा जा रहा है, वहां से गंदगी हटा दें, चाहे वह अलमारी हो, लॉकर हो या फिर पर्स और बेग।
– वास्तु के मुताबिक जहां भी धन रखा है, वहां रुपए और सिक्के दोनों को अलग-अलग रखना चाहिए। सिक्के और नोट को भूलकर भी एकसाथ न रखें। – बहुत से लोग अपने पर्स में दिवंगत गुरु, पिता, पति या पत्नी या फिर देवी-देवताओं की तस्वीर रख लेते हैं। वास्तु के अनुसार ऐसा करना अच्छा नहीं माना जाता है। वास्तुशास्त्र कहता है कि यदि आपको अपनी जेब पैसों से भरी रखनी है तो पर्स में कभी भी देवी-देवाताओं की या दिवंगत लोगों की तस्वीर न रखें।
– पर्स, बेग या अलमारी में रखे पैसे को कभी भी गंदे हाथों से नहीं छूना चाहिए। वास्तु के मुताबिक जो लोग गंदे या अपवित्र हाथों से धन को छूते हैं, उनके हाथों में कभी भी पैसा नहीं टिकता। लाख कोशिशों के बावजूद उनकी जेब खाली ही रहती है। इसलिए जहां भी पैसे रखे हैं उन्हें कभी भी बगैर हाथ धोए न छूएं। पहले हाथों को अच्छी तरह से धो लें फिर अपने पैसे को छूएं।
– फटे-पुराने नोट, नुकीली धारदार चीजें, हैंड वॉश, पेपर सोप आदि को भी कभी पर्स में न रखें। वास्तु के मुताबिक ये सभी चीजें निगेटिव एनर्जी देने वाली होती हैं। इससे धन का आगमन रुक जाता है या फिर ये आने वाले पैसे को टिकने नहीं देतीं। वहीं अक्सर आर्थिक हानि का भी कारण बनती हैं।