मेष
गुरु और राहु की युति मेष राशि के लग्न भाव में हुई है। इसके कारण इन लोगों के स्वास्थ्य में सुधार होगा। कॅरियर में बड़े परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। संतान और विवाह के मामलों में भी तेजी आएगी। इस राशि के लोगों को गुरु और राहु की इस युति की अवधि में यानी अगले 6 महीने तक नियमित रूप से किसी धार्मिक स्थल पर जाना चाहिए।
वृष
वृष राशि वाले लोगों को गुरु-राहु की इस युति के दौरान सेहत का ख्याल रखना होगा। मुकदमेबाजी, कारावास और अपयश से बचकर रहना होगा। संतान पक्ष और वैवाहिक जीवन का भी विशेष ख्याल रखें। नियमित रूप से बृहस्पति मंत्र का जाप करें।
मिथुन
गुरु-राहु की इस युति में संतान पक्ष की उन्नति होगी। विवाह तय होने का योग बनेगा। आर्थिक स्थिति में लगातार सुधार होता जाएगा। हालांकि इस दौरान अहंकार से बचें। पूजा-पाठ में ध्यान लगाएं।
कर्क
कर्क राशि के लिए गुरु-राहु की यह युति की अवधि कॅरियर में बड़े परिवर्तन लाने वाली रहेगी। सेहत को लेकर भी उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। संतान और विवाह के मामलों में विलम्ब हो सकता है। अगले 6 महीने तक की अवधि में यानी अक्टूबर तक आप गुरु मंत्र का जाप करें और शिव जी की पूजा-अर्चना करें।
सिंह
गुरु-राहु की इस युति की अवधि में आपके स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति में लगातार सुधार होगा। संतान पक्ष की विशेष उन्नति होगी। इस समय विवाह और संतान के मामलों में तेजी आएगी। इस अवधि में यानी 6 महीने तक आपको नियमित रूप से हल्दी मिला हुआ जल सूर्य देव को अर्पित करना चाहिए।
कन्या
गुरु-राहु की युति की इस अवधि में कन्या राशि वाले लोगों को सेहत को लेकर अलर्ट रहना चाहिए। पेट की समस्याएं परेशान कर सकती हैं। इस अवधि में अपयश से बचें। वैवाहिक और पारिवारिक जीवन का खास ख्याल रखें। अगले 6 महीने तक यानी अक्टूबर तक नियमित रूप से बृहस्पति मंत्र का जाप करें।
तुला
गुरु-राहु की युति की इस अवधि में तुला राशि वालों के जीवन की सभी रुकावटें दूर होती जाएंगी। विवाह के मामलों में तेजी आएगी। हालांकि इस अवधि में कोई भी बड़ा निर्णय लेने में सावधानी बरतें। अगले 6 महीने तक नियमित रूप से किसी धार्मिक स्थल पर जाते रहें।
वृश्चिक
गुरु-राहु की यह युति वृश्चिक राशि वालों के जीवन में बड़ी रुकावटें ला सकती है। संतान और कॅरियर के मामले में बाधा आ सकती है। किसी दूरस्थ स्थान से थोड़ा लाभ हो सकता है। इस युति की अवधि में यानी अगले 6 महीने तक गुरु मंत्र का जाप करें या फिर शिव जी की पूजा-अर्चना करें।
धनु
गुरु और राहु की युति अगले 6 महीने तक रहेगी। इस अवधि में धनु राशि वाले लोगों की शारीरिक और मानसिक सेहत में सुधार होगा। कॅरियर और आर्थिक स्थिति बेहतर होती जाएगी। संतान और पारिवारिक मामलों में उन्नति होगी। इस अवधि में नियमित रूप से हल्दी मिला हुआ जल सूर्य देव को अर्पित करें।
मकर
गुरु-राहु की युति अगले 6 महीने तक रहने वाली है। अक्टूबर में राहु के राशि परिवर्तन के साथ ही यह युति खत्म हो जाएगी। इस अवधि में मकर राशि वाले लोगों के स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं। सेहत को लेकर परेशानी हो सकती है। इस अवधि में आप अपनी मांकी सेहत को लेकर कुछ परेशान हो सकते हैं। संपत्ति सम्बन्धी कार्यों में पूरी तरह से सावधानी रखें। अगले 6 महीने तक नियमित रूप से बृहस्पति मंत्र का जाप करें।
कुंभ
गुरु और राहु की युति की 6 महीने की इस अवधि में कुंभ राशि वाले लोगों के लिए विवाह और संतान के मामलों में तेजी लाने वाली रहेगी। कॅरियर और शिक्षा प्रतियोगिता में इन्हें लाभ होगा। हालांकि इस अवधि में आपको सेहत को लेकर अलर्ट रहना चाहिए। वहीं नियमित रूप से किसी धार्मिक स्थल पर जाते रहें।
मीन
गुरु और राहु की युति 36 साल बाद बनी है। यह अगले 6 महीने तक रहेगी। इस अवधि में मीन राशि के लोगों को धन, शिक्षा और वाणी के मामले में लाभ होगा। कॅरियर के मामले में सफलता मिलेगी। धर्म और अध्यात्म की तरफ आपका झुकाव भी बढ़ेगा। अगले 6 महीने तक अहंकार से बचें और पूजा-पाठ में मन लगाएं।