यह मामला
अशोकनगर जिले के मुख्यालय में बोर्ड परीक्षा के दौरान सामने आया। यहां मुख्यालय के सबसे बड़े परीक्षा केंद्र सरस्वती शिशु मंदिर में एक तरफ तो 800 से अधिक छात्र छात्राएं पेपर दे रहे थे, वहीं दूसरी तरफ अकेली छात्रा। पूरे एग्जाम रूम में वो अकेली परीक्षार्थी थी और उसके लिए परीक्षक समेत आठ सरकारी कर्मचारी ड्यूटी पर लगे थे।
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संस्कृत का पेपर देने पहुंची थी छात्रा बताते चलें कि कचनार गांव से अशोकनगर जिले में परीक्षा देने पहुंची छात्रा मनीषा अहिरवार 10वीं कक्षा की छात्रा है। संस्कृत विषय का पेपर देने सेंटर पहुंची थी। लेकिन इस विषय में परीक्षा देने वाली इस सेंटर पर वह अकेली छात्रा थी। परीक्षा केंद्र पर एग्जाम सेंटर पर कलेक्टर प्रतिनिधि, पर्यवेक्षक, केंद्र अध्यक्ष, सहायक केंद्र अध्यक्ष और एक पुलिसकर्मी समेत 2 चपरासियों की नियुक्तिकी गई थी। यही स्थिति मुंगावली के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भी देखने को मिली। यहां भी एक ही छात्रा ने परीक्षा दी।