मामला मध्य प्रदेश के अशोकनगर स्थित शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हुई बीएड परीक्षा (B.Ed.)का है। इसमें शहर के अनुराग जैन और बिहार के मोहम्मद मुमताज आलम की जगह पर विशाल अहिरवार और पवन अहिरवार परीक्षा देते पकड़े गए थे।
दो दिन में खोला राज, अब पुलिस ने बढ़ाई रिमांड
पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। दोनों आरोपी दो दिन की रिमांड पर थे। तभी उन्होंने बीएड परीक्षा का राज खोला। पुलिस के मुताबिक विशाल अहिरवार और पवन अहिरवार ने बताया कि क्षेत्र के ही व्यक्ति ने उन्हें परीक्षा देने के लिए संपर्क किया था। साथ ही हर पेपर के एक-एक हजार रुपए देने की बात कही थी। इससे वह दो पेपर दे चुके थे। इन दोनों परीक्षा के लिए उन्हें दो-दो हजार रुपए भी मिल चुके थे। मामला खुलने के बाद अब पुलिस उस आरोपी की भी तलाश कर रही है।
कॉलेज प्रबंधन पर भी संदेह
एसआई अक्षय कुशवाह के मुताबिक पवन अहिरवार खुद बीएड कर चुका है और विशाल अहिरवार एमए कर रहा है। पुलिस के मुताबिक दोनों ने बताया कि उन्हें परीक्षा में प्रश्न पत्र के जवाब नहीं, बल्कि कुछ भी लिखकर 15 से 20 पेज लिखने के लिए कहा गया था और कहा गया था कि ऊपर सब सेटिंग है। वह दो पेपर दे चुके थे, सिर्फ दो पेपर और बचे थे। लेकिन तीसरे पेपर में ही उन्हें फ्लाइंग स्क्वाड ने पकड़ लिया। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर दो दिन ये लोग कैसे पेपर दे पाए। अगर पेपर देने आए भी तो किसी ने जांच तक नहीं की। ऐसे में कॉलेज प्रबंधन भी संदेह के घेरे में है। पुलिस को आशंका है कि मामले में बड़े रेकेट का खुलासा हो सकता है।