ग्रामीणों ने भागकर बचाई जान शुक्रवार की रात वनविभाग की टीम कुकुरगोड़ा एवं चोई के जंगलों में निगरानी में लगी रही, लेकिन दोनों हाथी ग्रामीणों एवं वनविभाग को चकमा देते हुए फिर से जंगल के अंदर जाकर विपरीत दिशा में ग्राम पंचायत क्योटार के कुशमहाई गांव से लगे पालाडोल टोला पहुंच गए। यहां दो घरों में तोडफ़ोड़ कर घर के अंदर रखी सामग्री को अपना आहार बनाया। धनुहार, बैगा समाज एवं गोंड समाज के परिवार के सदस्यों ने हाथियों की आहट सुनकर वहां से भागकर अपनी जान बचाई।
खेत व बाड़ी में फसल को पहुंचाया नुकसान हाथी धनगवां के बांस प्लांटेशन से ग्राम पंचायत टकहुली के गर्जनटोला में दो घरों, ग्राम पंचायत महुदा के चांदपुर में एक घर, ग्राम पंचायत अमगवां के गुवारी में एक घर को नुकसान कर देर रात गुवारी गांव के मुख्य मार्ग, अमगवां होते हुए अमगवां-बेलिया मुख्य मार्ग से अनूपपुर-जैतहरी-वेंकटनगर मुख्य मार्ग एवं रेलवे लाइन को पार कर बेलिया गांव पहुंचे। यहां एक ग्रामीण के घर की दीवार को तोड़ते हुए तिपान नदी पार कर सुबह होते ही ग्राम पंचायत पगना के कछराटोला में दो किसानों के खेतों में लगी सब्जियो को नुकसान पहुंचाया। गोबरी के जंगल में झुरही तलैया के पास विश्राम कर रहे हैं।