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अमेठी

कुछ ही घंटों में खत्म हुआ मौनी-महाराज का आमरण अनशन, प्रशासन से मिला चक मार्ग खाली करवाने का आश्वासन

अमेठी में बुधवार की शाम दबंगो द्वारा अवैध कब्जाधारकों से मुक्त कराने की मांग को लेकर मौनी महाराज आमरण अनशन पर बैठे थे। तीन घंटे बाद ही पुलिस प्रशासन ने चक मार्ग खाली करवाने का लिखित आश्वासन दिया।

अमेठीSep 17, 2024 / 12:40 pm

Swati Tiwari

रायबरेली-अयोध्या राजमार्ग पर स्थित चकमार्ग को अवैध कब्जाधारकों से मुक्त कराने की मांग को लेकर हिन्दू धर्मगुरु और सागरा पीठाधीश्वर मौनी महाराज आमरण अनशन पर बैठ गए। तहसील प्रशासन की अनसुनी से नाराज बाबूगंज सगरा के पीठाधीश्वर स्वामी मौनी महाराज पीड़ित परिवार के साथ धरने पर बैठ गए। यह जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। करीब तीन घंटे बाद चक मार्ग खाली करवाने का लिखित आश्वासन देकर धरना समाप्त करवाया गया। 

3 घंटे में समाप्त हुआ अनशन 

भेलाई कला निवासी राजकुमार मौर्य ने 21 अगस्त को मुख्यमंत्री के साथ ही बाबूगंज सगरा के पीठाधीश्वर स्वामी मौनी स्वामी महाराज और आलाधिकारियों को शिकायती पत्र दिया था। पत्र में लिखा था कि वह दिहाड़ी मजदूरी व खेती-बाड़ी करके अपना व परिवार का जीवन यापन कर रहा है। उसके खेत को जाने वाले रास्ते को एक व्यक्ति ने बंद कर दिया है। इससे उसकी खेती योग्य भूमि बिना जोते-बोये खाली पड़ी है। पीड़ित ने एसडीएम न्यायालय में वाद योजित किया, जिसमें रास्ता खोले जाने का आदेश हुआ। फिर भी प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद पीड़ित ने डीएम को प्रार्थना पत्र दिए। 

प्रशासन ने दिया चक मार्ग खाली करवाने का आश्वासन

कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित राजकुमार ने 15 दिन में न्याय नहीं मिलने पर आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी थी। आरोप है कि प्रशासन ने इस मामले को भी अनसुना कर दिया। इसी बीच सोमवार को बाबूगंज सगरा के पीठाधीश्वर मौनी महाराज साधु-संतों के साथ मोहनगंज पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। करीब तीन घंटे बाद तिलोई एसडीएम मौके पर पहुंच कर दिसम्बर तक चक मार्ग खाली करवाने का लिखित आश्वासन देकर धरने को समाप्त किया गया। 

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