शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर गुरुवार को सरगुजा जिले के प्रशिक्षित युवाओं ने घड़ी चौक पर सरकार की सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया। फिर रैली निकालकर (Youths protest) कलेक्टोरेट पहुंचे।
इस दौरान उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने सीएम के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर 15 सितंबर तक भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने की मांग की।
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Youths protest: ज्ञापन में इस बात का है उल्लेख
ज्ञापन में संघ ने उल्लेख किया है कि छत्तीसगढ़ में लाखों की संख्या में डीएड और बीएड प्रशिक्षित युवा लंबे समय से शिक्षक भर्ती का इंतज़ार (Youths protest) कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा द्वारा जारी घोषणा पत्र, जिसे उन्होनें मोदी की गारंटी का नाम दिया था, उसमें भी 57 हज़ार शिक्षक भर्ती का वादा किया था। यही नहीं, भाजपा सरकार बनने के बाद पहले विधानसभा सत्र के दौरान तत्कालीन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा में वर्तमान शिक्षण-सत्र में 33 हज़ार शिक्षक भर्ती की घोषणा की थी। लेकिन आज तक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरु नहीं होने से प्रशिक्षित युवाओं में रोष व्याप्त है। सभी युवाओं को यह महसूस होने लगा है कि भाजपा सिर्फ वोट पाने के लिए युवाओं के साथ लोक-लुभावन वादे करती है।
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युक्तियुक्तकरण का भी विरोध (Youths protest)
युक्तियुक्तकरण के नाम पर प्रदेश भर के 4077 स्कूलों को बन्द किये जाने का भी प्रशिक्षित युवा विरोध (Youths protest) कर रहे हैं। युवाओं का कहना है कि शिक्षक भर्ती की तेज होती मांग को देखते हुए ही सरकार ने युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया शुरू की है, ताकि बड़ी संख्या में स्कूल बंद होने पर शिक्षकों की भर्ती ना करनी पड़े। संघ के पदाधिकारियों ने कहा है कि हम सरकार के इस षडयंत्र को समझ चुके है और हम किसी भी हाल में प्रदेश के हज़ारों स्कूलों को बन्द नही होने देंगे। साथ ही 15 सितंबर तक शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरु नहीं होने पर 21 सितंबर को राजधानी रायपुर में उग्र आंदोलन करेंगे।