गौरतलब है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने अंबिकापुर में 13 फरवरी को आयोजित राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर शनिवार की दोपहर राजीव भवन में कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की बैठक ली।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री व सरगुजा के प्रभारी मंत्री शिवकुमार डहरिया समेत अन्य कांग्रेसी पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए। बैठक से पूर्व एक घटना ने वहां के माहौल में खलबली मचा दी। दरअसल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पिछले 5 सालों में अंबिकापुर नगर निगम पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए पूर्व मंत्री शिव डहरिया के खिलाफ नारे लगाने शुरु कर दिए।
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने डहरिया हटाओ-सरगुजा कांग्रेस बचाओ के कई बार नारे लगाए। इससे वहां असहज स्थिति पैदा हो गई। फिर जैसे-तैसे मामला शांत हुआ।
कार्यकर्ता बोले- हमारी हार का बना कारण
शिव डहरिया के खिलाफ नारे लगाने वाले कार्यकर्ताओं का कहना था कि पूर्व मंत्री ने नगर निगम अंबिकापुर को उपेक्षित रखा। यही वजह थी कि जनता के बीच कांग्रेस को लेकर आक्रोश था। यही आक्रोश विधानसभा चुनाव में हमारी हार का कारण बना।
कार्यकर्ता बोले- हमारी हार का बना कारण
शिव डहरिया के खिलाफ नारे लगाने वाले कार्यकर्ताओं का कहना था कि पूर्व मंत्री ने नगर निगम अंबिकापुर को उपेक्षित रखा। यही वजह थी कि जनता के बीच कांग्रेस को लेकर आक्रोश था। यही आक्रोश विधानसभा चुनाव में हमारी हार का कारण बना।