सरगुजा जिले के बतौली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बांसाझाल निवासी रंजन की पत्नी ने कुछ दिन पूर्व बैंक से लोन निकाला था। इसके बाद वह अपने 2 मासूम बच्चों को पति के पास छोडक़र दिल्ली चली गई थी। इधर किश्त की वसूली के लिए बैंक से आ रहे फोन व दोनों बच्चों के परवरिश न हो पाने से रंजन काफी परेशान था।
पत्नी ने फोन से बात तक करना छोड़ दिया था। परेशान पिता ने गुरुवार की रात को खौफनाक कदम उठाया। उसने दोनों मासूम बच्चों को एक मासूम बेटे को फांसी पर लटकाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। पहले डेढ़ वर्षीय बेटे आजाद को फांसी पर लटकाकर हत्या कर दी।
इसके बाद सो रहे दूसरे बेटे की हत्या (Murder) करने उसे लाने गया तो इस दौरान रिश्ते का जीजा उठ गया। इसलिए उसकी जान बच गई। इसके बाद रंजन ने खुद फांसी लगाने की कोशिश की लेकिन रस्सी टूट जाने की वजह से वह बाल-बाल बच गया।
डर से बेटे की लाश को नाले के पानी में पत्थर से ढंका
अपने मासूम बेटे की फांसी पर लटकाकर हत्या कर चुका रंजन पकड़े जाने की डर से उसके शव को गिदूरझूला नाला के किनारे पानी में पत्थर से ढककर भाग गया। इस दौरान कुछ लोगों ने उसे देख लिया था और मामले की जानकारी गांव के ही विजय लकड़ा को दी।
विजय लकड़ा की रिपोर्ट पर बतौली थाना प्रभारी प्रमोद पांडेय मौके पर पहुंच कर गिदूरझूला नाला के किनारे से मासूम बच्चे की लाश को निकलवाया और पीएम करवाया। एसपी भावना गुप्ता के निर्देश पर पुलिस ने तत्काल आरोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया है।
पत्नी नहीं उठाती थी फोन
समूह से लोन निकालने के बाद महिला काम करने की बात कह कर दिल्ली (Delhi) चली गई थी। इसके बाद वह पति व बेटों से बात भी करना बंद कर दी थी। इधर बैंक वाले लोन की किश्त के लिए रंजन के पास वसूली करने पहुंच रहे थे। उसके ऊपर 2 मासूम बच्चों की जिम्मेदारी भी थी। इससे परेशान होकर उसने खौफनाक कदम उठाया था।