मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. रमनेश मूर्ति ने बताया कि महाविद्यालय में आगामी सत्र के लिए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ मंत्री टीएस सिंह देव की पहल पर तैयारी की गई थी। हर छोटी-मोटी कमियों को दूर करने के बाद एनएमसी को आमंत्रित किया गया था।
फरवरी 2023 में एनएमसी द्वारा मेडिकल कॉलेज का वर्चुअल निरीक्षण किया गया था, इसके बाद से नए शिक्षा सत्र के लिए एनएनसी के अनुमति की प्रतीक्षा की जा रही थी। यह प्रतीक्षा खत्म होने के साथ सरगुजा अंचल को दोहरी खुशी मिली। उन्होंने बताया कि 100 सीट सामान्य आर्थिक रूप से सक्षम और 25 सीट आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए है। विदित हो कि वर्ष 2016 में मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर की अनुमति मिली थी। पहले बैच ने वर्ष 2016 में प्रवेश लिया था।
2 बार घोषित हो चुका है जीरो ईयर
अभी तक महाविद्यालय के वर्ष 2017 और 2019 को जीरो ईयर घोषित किया जा चुका है, जिसे देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री और सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार के नियमित निरीक्षण, समीक्षा के साथ हर कमियों को दूर करने प्रयास किया जा रहा था।
डीन ने 2018 बैच के उपाधि को मान्यता और सत्र 2023 हेतु 125 सीटो की अनुमति मिलने को सरगुजा संभाग के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है। गौरतलब है कि हाल ही में मेडिकल कॉलेज को अपना भवन मिला था, सीएम भूपेश बघेल और डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव के द्वारा वर्चुअल प्लेटफार्म से इस भवन का लोकार्पण किया गया था।