मामले का खुलासा करते हुए सरगुजा पुलिस ने बताया कि उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम रिखी निवासी उमाकांत ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 3 दिसंबर 2022 को अज्ञात व्यक्ति ने उसके मोबाइल नंबर पर कॉल किया था। कॉल करने वाले ने उसे फोन पे के माध्यम से कैशबैक का लालच दिया था। राशि रिसीव करने के नाम पर उसने उसके खाते से 1 लाख 54 हजार 475 रुपए उड़ा लिए थे।
इस मामले में पुलिस ने धारा 420, 66 (सी), 66 (डी) आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर आरोपी की खोजबीन शुरु की थी। इधर एक अन्य मामले में गांधीनगर थाने में माणिक प्रकाशपुर निवासी मंगलू कुजूर ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके बैंक खाते का पूरा डिटेल पूछकर अज्ञात व्यक्तियों ने फिक्सड डिपॉजिट से 1 लाख 80 हजार रुपए का आहरण कर लिया है।
इस मामले में धारा 420 भा द वि 66(सी),66 (डी) के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस ने पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार किया था, जबकि दूसरा फरार था। झारखंड के देवघर से तीनों आरोपी गिरफ्तार
दोनों ही प्रकरणों के आरोपियों को पकडऩे एसपी के मार्गदर्शन में 12 सदस्यीय पुलिस टीम का गठन किया गया था। साइबर सेल से तकनीकी जानकारी प्राप्त कर टीम जिला देवघर झारखण्ड भेजी गई थी, पुलिस टीम का नेतृत्व थाना प्रभारी उदयपुर निरीक्षक धीरेन्द्र दुबे द्वारा किया जा रहा था।
दोनों ही प्रकरणों के आरोपियों को पकडऩे एसपी के मार्गदर्शन में 12 सदस्यीय पुलिस टीम का गठन किया गया था। साइबर सेल से तकनीकी जानकारी प्राप्त कर टीम जिला देवघर झारखण्ड भेजी गई थी, पुलिस टीम का नेतृत्व थाना प्रभारी उदयपुर निरीक्षक धीरेन्द्र दुबे द्वारा किया जा रहा था।
इसी बीच पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों आरोपियों को दबोच लिया। इसमें फोन पे के माध्यम से ठगी करने वाले 2 आरोपियों में ग्राम जसडीह देवघर निवासी अजीत कुमार दास व काजल दास तथा बैंकिग जानकारी प्राप्त कर ठगी करने वाला फरार आरोपी ग्राम मधुपुर देवघर निवासी राजीव कुमार रंजन शामिल हैं। तीनों ने अपना अपराध स्वीकार किया। पुलिस तीनों को गिरफ्तार कर अंबिकापुर लाई और जेल भेज दिया।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में गांधीनगर थाना प्रभारी निरीक्षक कलीम खान, थाना प्रभारी उदयपुर निरीक्षक धीरेन्द्रनाथ दुबे, सहायक उप निरीक्षक अनवर अली, कृष्ण कुमार यादव, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, शत्रुधन सिह, आरक्षक अनुज जायसवाल, सत्येंद्र दुबे, अजय शर्मा, सुयश पैकरा, शेरशाह मिंज, मनीष सिह, जितेश साहू व अमित ज्ञान खलखो शामिल रहे।
ठगी करने की कराते थे कोचिंग
पुलिस की जांच में ये बात भी सामने आई है कि झारखंड के देवघर सहित अन्य क्षेत्रों में ठगी करने की कोचिंग भी दी जाती है। इसमें क्षेत्र के कई युवा ठगी के तौर-तरीके सीखने जाते हैं।