लोग उसकी पिटाई का वीडियो तब बनाते रहे जब तक की उसकी मौत नहीं हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के आधार पर पुलिस ने ९ संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि लखनपुर सहित पूरे सरगुजा में बच्चा चोरी कर किडनी निकलने की कोरी अफवाह फैली हुई है। इस बीच अलग-अलग क्षेत्रों में पूर्व में भी ग्रामीणों द्वारा इसी अफवाह के फेर में पड़कर 2-3 लोगों की पिटाई करने का मामला सामने आ चुका है। शुक्रवार की सुबह तो ग्रामीणों ने मेंड्राकला में घुनघुट्टा नदी के किनारे एक व्यक्ति को बच्चा चोर समझकर मार ही डाला।
जब युवक की पिटाई हो रही थी तो उसे बचाने कोई भी सामने नहीं आया, बल्कि वहां मौजूद लोग वीडियो बनाने में लगे थे। जिस तेजी से ये अफवाह ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रही है, अगर समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो ऐसी घटनाओं की फिर पुनरावृत्ति हो सकती है।
देर से पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी मणिपुर पुलिस को सुबह-सुबह हो गई थी। लेकिन सूचना मिलने के काफी देर बाद मणिपुर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया। मृतक की फिलहाल शिनाख्त नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि मृतक विक्षिप्त जैसा लग रहा है।
घटना की जानकारी मणिपुर पुलिस को सुबह-सुबह हो गई थी। लेकिन सूचना मिलने के काफी देर बाद मणिपुर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया। मृतक की फिलहाल शिनाख्त नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि मृतक विक्षिप्त जैसा लग रहा है।
पुलिस सोशल मीडिया में शेयर किए गए वीडियो के आधार पर पिटाई करने वाले ग्रामीणों की शिनाख्त कर उनकी धरपकड़ कर रही है। साथ ही आसपास के गांव में भी जाकर मृतक की शिनाख्त कराने का प्रयास जारी है। अगर पुलिस समय पर पहुंच जाती तो शायद इतना बड़ा हादसा नहीं होता और युवक की जान भी बच सकती थी।
दर्द से बिलखता रहा मृतक
जब ग्रामीण डंडे-पत्थर से मृतक को बेरहमी से मार रहे थे, इस दौरान वहां मौजूद अन्य लोग तमाशबीन बने हुए थे। तमाशबीन में शामिल कुछ लोग असंवदेनहीनता परिचय देते हुए पिटाई का वीडियो बनाते रहे लेकिन उसे बचाने की कोशिश नहीं की। किसी ने पुलिस को भी सूचना देने की जरूरत नहीं समझी और इधर दर्द से रोते-बिलखते अज्ञात शख्स ने आखिरकार दम तोड़ दिया।
जब ग्रामीण डंडे-पत्थर से मृतक को बेरहमी से मार रहे थे, इस दौरान वहां मौजूद अन्य लोग तमाशबीन बने हुए थे। तमाशबीन में शामिल कुछ लोग असंवदेनहीनता परिचय देते हुए पिटाई का वीडियो बनाते रहे लेकिन उसे बचाने की कोशिश नहीं की। किसी ने पुलिस को भी सूचना देने की जरूरत नहीं समझी और इधर दर्द से रोते-बिलखते अज्ञात शख्स ने आखिरकार दम तोड़ दिया।
जागरूक करने में लेटलतीफी
सोशल मीडिया सहित ग्रामीण इलाकों में यह अफवाह पिछले दो माह से तेजी से फैल रही है। लेकिन इस पर अंकुश लगाने पुलिस की सक्रियता नजर नहीं आई। अभी हाल-फिलहाल के दिनों में जब लखनपुर व सूरजपुर में लोगों को बच्चा चोर गिरोह के आने की अफवाह पर रात में लाठी-डंडे से लैस होकर निकलते देखा गया तब जाकर पुलिस हरकत में आई और इस अफवाह से बचने की अपील जनता से करनी शुरू की गई।
अब इस हादसे के बाद सरगुजा पुलिस ने मुहिम छेड़ा है। गांव-गांव में बैठक आयोजित कर लोगों को इस अफवाह से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है।