गौरतलब है कि बतौली तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भटको, कालीपुर व करदना की 130 एकड़ से अधिक शासकीय जमीन को निजी मद में करने की शिकायत तहसीलदार से ग्रामीणों ने की थी। इसके बाद सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार ने एसडीएम की अध्यक्षता में टीम गठित कर जांच के आदेश दिए थे।
जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि जिन लोगों का नाम की जमीन दिखाकर शासकीय जमीन को अपने नाम पर चढ़ाया गया है, उनके पास कोई दस्तावेज प्रमाणित तौर पर उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में सभी को नोटिस जारी कर जमीन का दस्तावेज प्रस्तुत करने कहा गया था।
दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने पर 23 लोगों के खिलाफ बुधवार को बतौली थाने में धारा 120, 420, 467, 468 व 471 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले में आगे की जांच में जुट गई है।
इनके खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है, उनमें खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के पूर्व कथित निजी सचिव भूपेंद्र यादव, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, भाजपा नेता अमित गुप्ता, ए-5 कांट्रैक्टर जयेश गुप्ता, पटवारी कंचराम पैंकरा, कानूनगो जॉन बड़ा, भगमनिया, शशांक गुप्ता,
रामानंद यादव, जगमोहन, हेमंत यादव, प्रेमलता बेवा, अश्विनी सिंह, भूपेंद्र यादव, अनूप गुप्ता, उदय राम, सुंदर राम, सुभग राम, रामप्रसाद, अनिता यादव व बीना गुप्ता शामिल हैं। वहीं दूसरे मामले में ईश्वर चंद यादव की रिपोर्ट पर बैगीन लोहार, अमित गुप्ता, पटवारी कंचराम पैंकरा व कानूनगो जॉन बड़ा के खिलाफ धारा 120, 420, 467, 468 व 471 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। बताया जा रहा है कि सभी आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
कलेक्टर बोले- धान की राशि की भी होगी वसूली
सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार ने बताया कि जिन लोगों द्वारा शासकीय जमीन को अपनी जमीन बताकर समिति में धान धान की बिक्री की गई है, उनसे धान की राशि भी वसूल की जाएगी।